बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
CM Nitish Kumar: 2024 से पहले विपक्षी एकता को बड़ा झटका लगा है. 12 जून को बिहार में होने वाली बैठक को स्थगित कर दिया गया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को दावा किया कि 12 जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के इनकार के कारण टालनी पड़ी है. उन्होंने कहा कि बैठक के लिए कांग्रेस की उपस्थिति जरुरी थी. कांग्रेस को छोड़कर, अधिकांश विपक्षी राजनीतिक दलों ने 12 जून को पटना में मिलने के लिए सहमति व्यक्त की थी. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व स्थल के साथ सहज नहीं था. चूंकि, सबसे पुरानी पार्टी के बिना बैठक का कोई मतलब नहीं था.
मैंने उन्हें पार्टी के अंदर चर्चा करने और फिर एक तारीख को अंतिम रूप देने के लिए कहा है हम हर विपक्षी राजनीतिक दल के साथ तारीख का मिलान करेंगे और फिर बैठक के लिए फैसला करेंगे. फिलहाल, 12 जून को निर्धारित बैठक स्थगित कर दी गई है. अपेक्षित तारीख के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा, मैं सोच रहा हूं कि बैठक बहुत जल्द होगी.
‘पार्टियों के अध्यक्ष आएं तो अच्छा लगेगा’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता पर प्रतिक्रिया देते हुए आगे कहा कि राजनीतिक दलों के अध्यक्ष आएं, प्रतिनिधि आयेंगे तो अच्छा नहीं लगेगा. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 12 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक के लिए अधिकतर लोगों का समर्थन आ गया था. हमने कांग्रेस पार्टी से कहा है कि आपलोग भी बैठक के लिए आगे की तारीख को लेकर बात कर लीजिए। सभी पार्टी के अध्यक्ष को आना है इसमें, कोई दूसरा आएगा तो अच्छा नहीं लगेगा.
‘आगे की तारीख फिर तय की जाएगी’
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि आगे इसकी तारीख तय होगी और उसके बारे में आप लोगों को बता दिया जाएगा. सीएम की यह प्रतिक्रिया तब सामने आई जब कांग्रेस ने पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में अपने किसी प्रतिनिधि को भेजने के बारे में सोच रही थी. बताया गया था कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पूर्व में तय कार्यक्रम के अनुसार 12 जून को होने वाली बैठक में भाग लेने पर असमर्थता जताई थी.