Volkswagen Taigun Safety Rating: अभी तक टाटा की कारों का देश में काफी क्रेज देखने को मिल रहा था. वहीं क्रैश टेस्ट में टाटा मोटर्स की नेक्सॉन, पंच और अल्ट्रॉज ने 5 स्टार रेटिंग हासिल करके सबसे टॉप पर चल रही थी. इसके बाद से इन कारों पर लोगों का भरोसा बढ़ता गया और इनकी बिक्री में भी बढ़ोतरी हुई. लेकिन अब एक और कंपनी ने ऐसी एसयूवी तैयार की है जिसे सेफ्टी रेटिंग में शानदार स्कोर मिला है. इस एसयूवी को भी भारत में बनाया गया है.
ग्लोबल एनसीएपी में फॉक्सवैगन ताइगुन को पहले ही 5 स्टार रेटिंग दी गई थी लेकिन अब यह कार लैटिन एनसीएपी में भी 5 स्टार रेटिंग हासिल कर सभी गाड़ियों से एक कदम आगे निकल गई है. भारत में निर्मित और लैटिन अमेरिका में निर्यात की जाने वाली ताइगुन को 6 एयरबैग और ईएससी जैसी सुरक्षा सुविधाओं से लैस किया गया है.
कितना किया स्कोर
क्रैश टेस्ट के दौरान ताइगुन को यात्री सुरक्षा में 92.47 प्रतिशत, बाल यात्री सुरक्षा में 91.84 प्रतिशत, पैदल यात्री सुरक्षा में 55.14 प्रतिशत और सुरक्षा सहायता में 83.28 प्रतिशत अंक मिले. इसके साथ ही ओवरऑल रैंकिंग इसे 5 स्टार की दी गई है. लैटिन एनसीएपी के मुताबिक, ताइगुन एक बेहद सुरक्षित और भरोसेमंद कार बनकर उभरी है. परीक्षण के दौरान कार को फ्रंट इम्पैक्ट, साइड इम्पैक्ट, साइड पोल इम्पैक्ट, ऑटोनॉमस इमरजेंसी ब्रेकिंग और कई अन्य परीक्षणों में सफल पाया गया है.
लोगों की सुरक्षा सबसे पहले
इस क्रैश टेस्ट के बाद स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया के एमडी और सीईओ पीयूष अरोड़ा ने कहा कि लोगों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. हमें अपने वाहनों के सुरक्षा ट्रैक रिकॉर्ड पर गर्व है. उन्होंने बताया कि भारत में हमारी कंपनी के सभी 2.0 लीटर मॉडल जिनमें ताइगुन, वर्टस, स्कोडा कुशाक और स्कोडा स्लाविया शामिल हैं, काफी सुरक्षित हैं. यात्री सुरक्षा के लिए सभी वाहनों को ग्लोबल NCAP से 5 स्टार रेटिंग मिली है. खास बात यह है कि सभी कारों का निर्माण भारत में ही किया गया है और इसके बाद ये सबसे सुरक्षित मेड इन इंडिया कारें हैं.
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