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Young India: ED ने यंग इंडिया की 751 करोड़ रुपये की संपत्ति की जब्त, सोनिया-राहुल को झटका, समझिए पूरा मामला

सोनिया गांधी और राहुल गांधी को झटका देने वाली खबर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई की वजह से आई है. ED द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक्शन ​लिया गया है.

Sonia Gandhi, Rahul Gandhi

सोनिया गांधी और राहुल गांधी.

Young India News: कांग्रेस पार्टी के सर्वे-सर्वा सोनिया गांधी और राहुल गांधी की चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है. आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की करोड़ों रुपये की संपत्ति को अस्थायी तौर पर कुर्क करने का आदेश जारी किया है.

यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है. जिसके तहत 751.9 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया है. इस मामले में एजेंसी पहले भी सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है. 19 दिसंबर, 2015 को निचली अदालत ने इस मामले में दोनों को जमानत दे दी थी. 2016 में, सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ कार्यवाही रद्द करने से इनकार कर दिया. साथ ही 5 आरोपियों (सोनिया, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस और सुमन दुबे) को व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दी थी. अब ED ने AJL की करोड़ों रुपये की संपत्ति को अस्थायी तौर पर कुर्क करने का आदेश जारी किया है.

क्या है यंग इंडिया और नेशनल हेराल्ड केस?

देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने 20 नवंबर 1937 को एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड यानी AJL का गठन किया था. AJL का उद्देश्य अलग-अलग भाषाओं में समाचार पत्रों को प्रकाशित करना था, जिसके अंतर्गत अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड, हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज समाचार पत्र प्रकाशित हुए. हालांकि, नेहरू का AJL पर कभी मालिकाना हक नहीं रहा.

AJL कंपनी को लगभग 5 हजार स्वतंत्रता सेनानी सपोर्ट कर रहे थे और वही इसके शेयर होल्डर भी थे. आजादी के बाद 90 के दशक में नेशनल हेराल्ड, हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज जैसे अखबार घाटे में आने लगे. साल 2008 तक AJL पर 90 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया. तब AJL के प्रबंधन ने फैसला किया कि अब अखबार नहीं छपेंगे. जिसके बाद AJL प्रॉपर्टी बिजनेस में उतरा.

वर्ष 2010 में AJL की होल्डिंग यंग इंडिया लिमिटेड यानी YIL को ट्रांसफर कर दी गई. ‘यंग इंडिया लिमिटेड’ की स्थापना उसी साल यानी 2010 में हुई थी. ‘यंग इंडिया’ में कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन महासचिव राहुल गांधी डायरेक्टर के रूप में शामिल हुए. इस कंपनी में 76% हिस्सेदारी राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी के पास थी. वहीं, 24% हिस्सेदारी अन्य कांग्रेस नेताओं मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीस (दोनों का निधन हो चुका है) के पास थी.

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‘यंग इंडिया’ को शेयर ट्रांसफर होते ही AJL के शेयर होल्डर्स सामने आ गए…उन्होंने अदालत का रूख किया. भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस, पत्रकार सुमन दुबे और टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा के खिलाफ मामला दर्ज कराया. तबसे कांग्रेस नेता केसेस का सामना कर रहे हैं. 2014 में जब केंद्र में भाजपा की सरकार आई तो ED ने इस मामले की जांच शुरू की. हजारों करोड़ डकारने के आरोप लगे.

— भारत एक्सप्रेस



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