रामलला की पुरानी मूर्ति, जो 6 इंच की थी. और नई प्रतिमा- जो साढ़े 4 फीट की है.
Ram lalla Idol Pran Pratishtha: अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का आयोजन होने जा रहा है. उससे 3 दिन पहले रामलला की प्रतिमा की पहली पूरी तस्वीर आज सामने आई. काले पत्थर से बनी मूर्ति में भगवान का विहंगम स्वरूप दिखाई दिया. तीर्थ क्षेत्र के पदाधिकारियों ने बताया कि 75 साल से जिस रामलला की मुख्य मूर्ति के तौर पर पूजा हो रही थी, आज उनकी पूजा का आखिरी दिन है.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 3 नई मूर्तियां बनवाईं. जिनमें से कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा तैयार की गई मूर्ति को गर्भगृह में स्थापित किए जाने का फैसला लिया गया. योगीराज की मूर्ति को मंगलवार 16 जनवरी की शाम को निर्माणाधीन राम मंदिर में लाया गया और उसे क्रेन से उठाकर गर्भगृह तक पहुंचाया गया. मंगलवार की रात को ही रामलला की उस मूर्ति को गर्भगृह के पास रखा गया, तब उनकी एक झलक सामने आई.
‘चल मूर्ति’ के तौर पर गर्भ गृह में ही रहेगी पहली मूर्ति
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से मिली जानकारी के अनुसार, अब अस्थाई मंदिर परिसर में स्थित रामलला की पुरानी मूर्ति के दर्शन आज से बंद हो जाएंगे. हालांकि, यह ‘चल मूर्ति’ के तौर पर मुख्य गर्भ गृह में ही रखी जाएगी. ऐसे में जिन लोगों की इच्छा पुरानी मूर्ति के दर्शन करने की होगी, वे खाली हाथ नहीं लौटेंगे.
ढांचा विध्वंस के बाद टेंट में स्थापित की गई थी यह मूर्ति
रामलला की यह मूर्ति 1949 में तत्कालीन बाबरी मस्जिद में रखी गई थी और 1990 में विध्वंस के बाद हटाई गई और फिर दोबारा टेंट में स्थापित की गई थी. इसी मूर्ति को रामलला विराजमान कहा गया और उन्होंने खुद अपनी कानूनी लड़ाई भी लड़ी और उसमें जीत भी हासिल की.
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