Bharat Express

Rohan Bopanna Australian Open: बोपन्ना ने विदेशी सरजमीं पर जीता पहला पुरुष युगल ग्रैंडस्लैम खिताब, PM मोदी ने दी बधाई

भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने आस्ट्रेलियाई ओपन में पहला पुरुष युगल ग्रैंडस्लैम खिताब जीता है. उन्होंने 2017 में फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल खिताब जीता था. जानिए इस बार कौन थे उनके साथ-

rohan bopanna

रोहन बोपन्ना

Australian Open 2024: भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने विदेशी सरजमीं पर आज कमाल कर दिया. उन्‍होंने आस्ट्रेलियाई ओपन में पहला पुरुष युगल ग्रैंडस्लैम खिताब जीत लिया. आस्ट्रेलिया के मेलबर्न में उन्‍होंने मैथ्यू इबडेन के साथ मिलकर सिमोन बोलेली और आंद्रिया वावासोरी की जोड़ी पर शनिवार को शानदार जीत दर्ज की. पीएम मोदी ने उन्‍हें जीत की बधाई दी है.

आस्ट्रेलियाई ओपन पुरुष युगल खिताब जीतने के साथ ही रोहन बोपन्ना ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने की उपलब्धि हासिल करने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बन गये. दूसरी वरीय बोपन्ना-इबडेन की जोड़ी ने एक घंटे 39 मिनट तक चले फाइनल में गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी पर 7-6(0) 7-5 से जीत दर्ज की. इससे पहले लिएंडर पेस और महेश भूपति ही भारत के लिए पुरुष टेनिस में मेजर खिताब जीत पाये हैं, जबकि सानिया मिर्जा ने महिला टेनिस में यह उपलब्धि हासिल की है.

रोहन बोपन्ना

बोपन्ना का यह दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब, 2017 में भी जीते थे मुकाबला

बोपन्ना का यह दूसरा ग्रैंडस्लैम खिताब है. उन्होंने 2017 में कनाडा की गैब्रिएला दाब्रोवस्की के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन मिश्रित युगल खिताब जीता था. बोपन्ना 43 साल की उम्र में पुरुष टेनिस में ग्रैंडस्लैम चैम्पियन बनने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन गये. उन्होंने जीन जूलियन रोजर का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 2022 में मार्सेलो अरेवोला के साथ मिलकर फ्रेंच ओपन पुरुष युगल ट्राफी जीती थी. रॉड लीवर अरीना में यह इतना कड़ा मुकाबला था कि इसमें बस एक बार सर्विस ब्रेक हुई जब वावासोरी ने दूसरे सेट के 11वें गेम में अपनी सर्विस गिराई। इसमें ज्यादा ब्रेक प्वाइंट भी नहीं थे.

टेनिस के खेल में प्रतिद्वंदियों को ऐसे कर दिया खुद से पीछे

एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी को मुकाबले के शुरू में लगातार गेम में ब्रेक प्वाइंट मिले, लेकिन इटली के खिलाड़ियों ने दोनों को बचा लिया. दूसरे गेम में बोलेली की सर्विस पर वावासोरी ने 30-30 पर वॉली लगायी लेकिन बोपन्ना ने लंबा रिटर्न लगा दिया. चौथे गेम में इटली के खिलाड़ी फिर एक ब्रेक प्वाइंट से पिछड़ गये, जब 30-30 पर बोपन्ना का रिटर्न शॉट ‘नेट कोर्ड’ से उछलकर नीचे गिर गया जिससे दूसरी वरीय जोड़ी को किस्मत के सहारे अंक मिल गया, लेकिन वावासोरी ने अच्छी सर्विस से इस प्वाइंट को भी बचा लिया.

यहां बोपन्ना-इबडेन की जोड़ी ने एक भी अंक नहीं गंवाया

बोलेली 4-5 पर सर्विस करते हुए ‘30-ऑल’ पर दबाव में दिख रहे थे. लेकिन उन्होंने ताकतवर क्रॉस कोर्ट फोरहैंड शॉट मारा जो बोपन्ना की पहुंच से दूर निकल गया और फिर स्कोर 5-5 से बराबर हो गया. 11वें गेम में इबडेन पर दबाव बन गया जिसमें उन्हें ब्रेकप्वाइंट का सामना करना पड़ा लेकिन ड्यूस प्वाइंट खेलने के बाद आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने ऐस लगाकर यह गेम खत्म किया. फिर टाई ब्रेकर में बोलेली की सर्विस दो बार टूटी और बोपन्ना-इबडेन की जोड़ी ने अपनी सर्विस पर एक भी अंक गंवाये बिना 5-0 से बढ़त बना ली.

वावासोरी छह सेट प्वाइंट पर अपनी सर्विस गंवा बैठे. उन्होंने पहली को अंक में बदला, लेकिन इबडेन ने लाइन के नीचे फोरहैंड शॉट से जीत हासिल की. बोपन्ना सोमवार को जारी होने वाली एटीपी रैंकिंग में नंबर एक खिलाड़ी बन जायेंगे. 43 की उम्र में वह शीर्ष रैंकिंग पर पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी भी बन जायेंगे. बोलेली ने 2015 में फैबियो फोगनिनी के साथ मिलकर आस्ट्रेलयाई ओपन पुरुष युगल खिताब जीता था.

यह भी पढिए- इंग्लैंड में ही क्यों कराए जा रहे है वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल? जाने इसकी वजह

‘कभी भी कोई सीमा न रखें, और खुद पर विश्वास रखें’

रोहन बोपन्ना ने कहा, “यह उन लोगों की जीत है जिन्होंने इतना प्यार दिखाया है. समर्थन के लिए सभी को तहे दिल से धन्यवाद. कभी भी कोई सीमा न रखें, और खुद पर विश्वास रखें क्योंकि आप नहीं जानते कि जीवन कब बदल सकता है और इसे बिल्कुल जादुई बना सकता है.”



इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.

Also Read