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ड्यूश बैंक की एक नई रिपोर्ट से पता चला है कि भारत के इक्विटी बाजारों ने 2000 से चीन को पीछे छोड़ दिया है, जो वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक रियल इक्विटी रिटर्न में से एक है.

DFCCIL के एक आधिकारी ने कहा, हम पूरे नेटवर्क में प्रतिदिन 350 से अधिक ट्रेनें चला रहे हैं. हालांकि, क्षमता को और बढ़ाने की गुंजाइश है, क्योंकि कॉरिडोर को प्रतिदिन औसतन 480 ट्रेनें चलाने के लिए डिजाइन किया गया है.

'Make in India' और बढ़ते स्थानीयकरण के प्रभाव से प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों जैसे सैमसंग, एप्पल, व्हर्लपूल, डिक्सन और हैवेल्स के आयात में वित्तीय वर्ष 2023-2024 में गिरावट आई है, जो शायद पहली बार हुआ है. इस गिरावट का कारण स्थानीय उत्पादन में वृद्धि और सरकार की PLI योजनाओं का प्रभाव बताया जा रहा है.

RBI Governor on Indian Economy: रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा भारतीय अर्थव्यवस्था स्थिरता और मजबूती की तस्वीर पेश कर रही है. देश का बाहरी क्षेत्र भी मजबूत है और चालू खाता घाटा प्रबंधन सीमा के भीतर बना हुआ है.

भारतीय स्मार्टफोन बाजार में Apple ने प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज कराई है. IDC के अनुसार, iPhone 13 और हाल ही में लॉन्च किए गए iPhone 15 की बिक्री ने इसे भारतीयों में ज्‍यादा पसंदीदा बनाया.

देश में त्योहारी सीजन में खर्च के पैटर्न से पता चलता है कि अर्ध-शहरी और ग्रामीण उपभोग की मांग में वृद्धि हो रही है. कस्‍बों-छोटे शहरों में रहने वाले लोग शहरी लोगों की तुलना में पैसा ऑनलाइन अधिक खर्च कर रहे हैं.

रत्न और आभूषण निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष विपुल शाह ने कहा कि यह हमारे उद्योग के लिए एक स्वागत योग्य राहत है, क्योंकि हमने अक्टूबर में 9.18 प्रतिशत की निर्यात वृद्धि का अनुभव किया है.

भारत ने अक्टूबर 2024 में 39.2 अरब डॉलर के रिकॉर्ड निर्यात का आंकड़ा हासिल किया, जो पिछले दशक में सबसे बड़ा है. इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और फार्मास्युटिकल्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों ने इस उपलब्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जो सरकार की नीति सुधारों और व्यापारिक प्रोत्साहनों का परिणाम है.

भारत के चावल का निर्यात अक्टूबर 2023 में 0.57 अरब डॉलर से 85.79 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर 2024 में 1.05 अरब डॉलर हो गया. निर्यात को आसान बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कई कदमों के बाद ऐसा हुआ है.

यह पूरी परियोजना भारत की "मेक इन इंडिया" पहल को बढ़ावा देती है. यह न केवल भारतीय उत्पादन क्षमता को मजबूत करती हैं बल्कि देश की अर्थव्यवस्था में भी योगदान करती हैं.