Windfall Tax : केंद्र सरकार की ओर से विंडफॉल टैक्स को बढ़ाने का ऐलान किया गया है. घरेलू कच्चे तेल के निर्यात पर विंडफाल टैक्स 1,700 रुपए से बढ़ाकर 2,100 रुपए (25.38 डॉलर) प्रति टन कर दिया गया है. इसके साथ ही डीजल पर एक्सपोर्ट टैक्स 5 रुपए से बढ़ाकर 7.5 रुपए प्रति लीटर करने को फैसला लिया गया है. वहीं एटीएफ (ATF) पर विंडफाल टैक्स 1.5 रुपए से बढ़ाकर 4.5 रुपए प्रति लीटर किया गया है. सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, इन पेट्रोलियम उत्पादों पर बढ़े हुए विंडफॉल टैक्स की संशोधित दरें आज 3 जनवरी 2023 से लागू कर दी गई हैं.
डीजल पर एक्सपोर्ट टैक्स बढ़ा
भारत दुनिया में तेल का सबसे बड़ा कंज्यूमर और आयातक माना जाता है. हाल के दौर में भारत पश्चिमी देशों की ओर लगाई 60 डॉलर की प्राइस कैप के नीचे ही रूस से क्रूड बैरल खरीद रहा है. इसके साथ ही एक्सपोर्ट के लिए जाने वाले हाई स्पीड डीजल पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाकर 7.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है, यह पहले 5 रुपये प्रति लीटर था.
1 जुलाई में सबसे पहले लगाया था विंडफाल टैक्स
भारत ने सबसे पहले 1 जुलाई को विंडफाल प्रॉफिट पर टैक्स लगाया गया था. इससे पहले कई अन्य देश एनर्जी कंपनियों को हो रहे सुपर नॉर्मल प्रॉफिट पर टैक्स लगा चुकी है. उस समय पेट्रोल और एटीएफ दोनों पर 6 रुपए प्रति लीटर (12 डॉलर प्रति बैरल) और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर (26 डॉलर प्रति बैरल) एक्सपोर्ट ड्यूटी लगाया गया था. इसके साथ ही घरेलू क्रूड पर 23,250 रुपए प्रति टन का विंडफाल प्रॉफिट टैक्स में बढ़ोतरी की गई थी.
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16 दिसंबर को क्या हुआ था बदलाव
विंडफाल टैक्स के लागू होने के बाद से सरकार लगभग हर दो सप्ताह में इसमें संशोधन कर रही है. जिसके तहत 16 दिसंबर को घरेलू स्तर पर निकाले जाने वाले क्रूड ऑयल पर विंडफाल टैक्स में संशोधन करते हुए इसे घटा दिया था और डीजल पर लेवी में भी कमी की गई थी. उस समय टैक्स 4,900 रुपए प्रति टन से घटकर 1,700 रुपए प्रति टन कर दिया गया था. वहीं सरकार ने डीजल के एक्सपोर्ट पर टैक्स 8 रुपए से घटाकर 5 रुपए प्रति लीटर किया था.