शहीद हुमायूं मुजम्मिल भट्ट (फोटो ट्विटर)
Kashmir Encounter: कश्मीर के अनंतनाग जिले में बीते दिन बुधवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारी और जम्मू और कश्मीर के डीएसपी रैंक के अधिकारी शहीद हो गए थे. इन्हीं आधिकारियों से एक जम्मू और कश्मीर पुलिस के डीएसपी (DSP) हुमायूं मुजम्मिल भट्ट थे. एनकाउंटर के समय हुमायूं भट गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां वो शहीद हो गए. उनकी मौत ज्यादा खून बह जाने की वजह से हुई. जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के डीएसपी हुमायूं भट्ट ((Humayun Muzammil Bhatt) ) के परिवार की बात करें तो उनके घर में उनकी पत्नी और दो महीने की बेटी है, जिन्हें वे अकेला छोड़कर चले गए. उनका परिवार अब श्रीनगर हवाई अड्डे के पास हुमहामा में वीआईपी कॉलोनी में रहता है. वैसे हुमायूं मूल रूप से पुलवामा जिले के त्राल के रहने वाले थे और उनकी शादी अभी पिछले साल ही हुई थी.
बीते दिन बुधरात की रात अनंतनाग मुठभेड़ में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले DSP हुमायूं मुजम्मिल भट्ट के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया गया. इसके बाद उनका बडगाम में अंतिम संस्कार किया गया
रिटार्यड IG के बेटे थे DSP हुमायूं भट्ट
अधिकारियों की तरफ से जानकारी मिली है कि महीने की बेटी के पिता और जम्मू-कश्मीर पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर जनरल गुलाम हसन भट्ट के बेटे हुमायूं भट्ट की ज्यादा खून बह जाने की वजह से हुई. आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रतिबंधित समूह रेजिस्टेंस फ्रंट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. अधिकारियों का मानना है कि ये उन्हीं आतंकवादियों का समूह है, जिन्होंने चार अगस्त को कुलगाम जिले के हलाण वनक्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके में सेना के जवानों पर हमला किया था, जिसमें तीन जवान शहीद हो गए थे. अधिकारियों ने बताया कि गारोल इलाके में आतंकियों के खिलाफ अभियान मंगलवार शाम को शुरू हुआ था, लेकिन रात में इसे रोक दिया गया था.
#WATCH जम्मू-कश्मीर: अनंतनाग मुठभेड़ में अपने प्राणों का बलिदान देने वाले DSP हुमायूं मुजम्मिल भट्ट का बडगाम में अंतिम संस्कार किया गया। pic.twitter.com/93cxmlPZRo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 13, 2023
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अधिकारियों ने बताया कि कुछ ठिकानों पर आतंकवादियों को देखे जाने की सूचना के बाद आज सुबह फिर उनकी (आतंकवादियों) की तलाश शुरू की गई. इसके बाद अपने दल का नेतृत्व करते हुए कर्नल सिंह ने आतंकवादियों पर हमला बोला. हालांकि, आतंकवादियों की गोलीबारी में वह गंभीर रूप से घायल हो गए और वो भी शहीद हो गए.