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Delhi: पुलिस वैन से बाहर आकर संजय सिंह ने राज्यसभा के लिए किया नामांकन, आबकारी नीति मामले में जेल में हैं बंद

Sanjay Singh: 19 जनवरी को राज्यसभा का चुनाव होना है. इसके लिए आम आदमी पार्टी ने तीन नेताओं को प्रत्याशी बनाया है. इसमें संजय सिंह, एनडी गुप्ता और स्वाति मालिवाल शामिल हैं.

sanjay singh

संजय सिंह ने भरा नामांकन

AAP: दिल्ली आबकारी नीती मामले में जेल में बंद आप के दिग्गज नेता संजय सिंह ने राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया है. उन्हें कोर्ट से नामांकन दाखिल करने की अनुमति मिली थी. इसके बाद संजय सिंह को कड़ी सुरक्षा में जेल से बाहर लाया गया और फिर उन्होंने नामांकन दाखिल किया. गौरतलब है कि 19 जनवरी को राज्यसभा का चुनाव होना है. इसके लिए आम आदमी पार्टी ने तीन लोगों को प्रत्याशी बनाया है. जिसमें संजय सिंह, एनडी गुप्ता और स्वाति मालिवाल शामिल हैं. बता दें कि संजय सिंह और एनडी गुप्ता को फिर से मौका दिया गया है. संजय सिंह के अलावा आम आदमी पार्टी की तरफ से दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी राज्यसभा के लिए अपना नामांकन किया है.

गौरतलब है कि संजय सिंह को 6 जनवरी को दिल्ली की राउज एवेंयू कोर्ट ने राज्यसभा के लिए नामांकन करने की इजाजत दी थी. हालांकि कोर्ट ने संजय सिंह को इसके लिए कई दस्तावेजों पर सिग्रेचर करने की अनुमति दी थी.

पुलिस वैन से नामांकन दाखिल करने पहुंच संजय सिंह

कोर्ट के निर्देशों का पालन करते हुए शुक्रवार को जेल अधीक्षक ने चुनाव के संबंध में अंडरटेकिंग, नॉमिनेशन फॉर्म और अन्य जरूरी दस्तावेजों पर हस्ताकक्षर करने की अनुमति दी. इसके बाद संजय सिंह पुलिस की वैन से नामांकन दाखिल करने पहुंचे. इसका वीडियो भी सामने आया है. बता दें कि संजय सिंह आबकारी नीति मामले में जेल में बंद हैं. ईडी की कार्रवाई के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था.

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मानहानि मामले में हैं दोषी

पिछले साल 22 दिसंबर को ट्रायल कोर्ट ने उनकी जमानत खारिज कर दी थी और कहा था, “कोर्ट का प्रथम दृष्टया मानना ​​है कि उनके खिलाफ मामला वास्तविक है. सबूत मनी लॉन्ड्रिंग के कथित अपराध में उनकी संलिप्तता को दर्शाते हैं. ऐसा मानने के लिए उचित आधार हैं कि वह मनी लॉन्ड्रिंग के कथित अपराध के दोषी हैं.” विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने प्रथम दृष्टया अपना विचार व्यक्त किया और कहा, “साक्ष्य और सामग्री मनी लॉन्ड्रिंग के कथित अपराध में आवेदक की संलिप्तता को दर्शाती है क्योंकि उसे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस प्रक्रिया या गतिविधियों में शामिल दिखाया गया है.”

– भारत एक्सप्रेस

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