(राहुल गांधी-अखिलेश यादव) फोटो-सोशल मीडिया
UP Politics: नवम्बर में हुए सभी पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं और कांग्रेस को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है. इसके बाद से इंडिया गठबंधन में रार छिड़ गई है. इस गठबंधन की मुख्य घटक दल माने जाने वाले कांग्रेस और सपा के बीच आरोपों का सिलसिला जारी हो गया है और हार का ठिकरा एक-दूसरे पर फोड़ा जा रहा है. जहां एक ओर सपा कांग्रेस पर “अहंकार” का आरोप लगाते हुए चुनाव के दौरान कमलनाथ की टिप्पणी “अखिलेश-वखिलेश” कहे जाने को लेकर लगातार घेर रही है और कह रही है कि इस टिप्पणी की वजह से पिछड़े वर्ग के मतदाता अपमानित महसूस कर रहे हैं. तो वहीं यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने आरोप लगाते हुए कहा है, कि क्षेत्रीय दलों (सपा) के बारे में उनकी बीजेपी की ‘बी टीम’ टिप्पणी साकार हो गई है.
सपा ने पहुंचाया कांग्रेस को नुकसान
अजय राय ने सपा के खिलाफ भाजपा की बी-टीम होने का आरोप लगाया और कहा कि, दूसरे राज्यों में चुनावी मैदान में उतरे क्षेत्रीय दल अब खुद देख सकते हैं. इसी के साथ अजय ने ये भी कहा कि, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा भले ही अपना खाता नहीं खोल पाई लेकिन आंकड़ों से पता चलता है कि उसने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया है औऱ इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता. इसीलिए भाजपा बड़े अंतर से जीती है. तो दूसरी ओर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस बात को मानते हैं कि मध्य प्रदेश में 2018 की तुलना में पार्टी का वोट शेयर कम हुआ है और उम्मीदवारों का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक इस बार नहीं रहा. तो दूसरी ओर सपा को 0.45 फीसदी वोट शेयर मिला, जबकि 2018 में यह 1.3 फीसदी था. वहीं अजय राय ने ये दावा करते हुए कहा है कि, वर्तमान परिणाम एक तरह से साबित करते हैं कि कांग्रेस ही एकमात्र पार्टी है, जो बीजेपी को हरा सकती है. तेलंगाना जीतने के अलावा कांग्रेस ने बाकी राज्यों में 40 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल किए हैं, जो इस बात को स्पष्ट करती है. अजय ने कहा कि, कांग्रेस 2024 का लोकसभा चुनाव पूरी ताकत से लड़ेगी.
नहीं खुला सपा का खाता
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी ने मीडिया को जानकारी दी है कि पिछले चुनाव में पार्टी को एक सीट मिली थी, लेकिन इस बार वह अपना खाता खोलने में असफल रही. अब आगे देखने का समय आ गया है. हम मप्र में अपनी पार्टी को मजबूत करते रहेंगे. इसी के साथ कहा कि पार्टी फिलहाल 2024 के लोकसभा चुनावों की ओर ध्यान देने में जुट गई है. वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, हमारा मुख्य उद्देश्य अब 2024 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी से मुकाबला करना है. इसी के साथ उन्होंने इंडिया गठबंधन में अपनी भूमिका को लेकर कहा कि, पार्टी इंडिया ब्लॉक के सदस्य के रूप में अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहेगी और यूपी में बीजेपी को चुनौती देने के लिए सब कुछ करेगी. राजेंद्र चौधरी ने ये भी कहा कि, कांग्रेस ने ही सपा के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला लिया था. अगर आज कांग्रेस सपा को मध्य प्रदेश में हार की वजह बताती है तो ये उसका अहंकार है.
चुनाव प्रचार के दौरान अखिलेश ने खुलकर किया था विरोध
बता दें कि मध्य प्रदेश में पूरे चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस और सपा के बीच तीखी नोकझोंक होती रही और अखिलेश ने सीट बंटवारे को लेकर खुलकर विरोध किया था. मतदान से ठीक 90 दिन पहले कांग्रेस ने अघोषित रूप से सपा के साथ गठबंधन तोड़ दिया था. इसके बाद सपा ने 60 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था और खुद जाकर प्रचार भी किया था.
भारत एक्सप्रेस