Badhta Bihar Conclave: बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह.
Badhta Bihar Conclave: बिहार में भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क की ओर से ‘बढ़ता बिहार’ कॉनक्लेव आयोजित किया जा रहा है. इस कॉनक्लेव में बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, सम्राट चौधरी, पूर्व डीजी अभयानंद के अलावा वर्तमान सरकार के मंत्री और विपक्षी दलों के नेता शामिल हो रहे हैं. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह भी इस प्रोग्राम में पहुंचे.
अखिलेश प्रसाद सिंह ने राज्य के विभिन्न विषयों पर बोलते हुए बिहार की मौजूदा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली राज्य सरकार और भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के कार्यकालों पर सवाल उठाए.
नीतीश कुमार इतिहास हुए, सूबा पिछड़ रहा: अखिलेश प्रसाद सिंह
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि वह इतिहास हो गए हैं. अखिलेश बोले कि इनकी सरकार में बिहार का चीनी उत्पादन गिरता ही चला गया. चीनी का उत्पादन घटकर 27% से 2% रह गया. पब्लिक सेक्टर्स में भी इन्वेस्टमेंट घटा है.
बिहार में विकास से ज्यादा जाति के एजेंडे पर ध्यान- कांग्रेस सांसद
बिहार में मजहबी राजनीति और जातिगत-जनगणना के सवाल पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि यहां पर विकास से ज्यादा जाति के एजेंडे पर ध्यान दिया गया. प्रसाद ने कहा— “राजनीति में जाति-धर्म का एजेंडा जब तक रहेगा, तब तक विकास का एजेंडा पीछे छूटता रहेगा.”
उन्होंने कहा— “हमारी पार्टी कांग्रेस ने कभी धर्म की राजनीति नहीं की. कांग्रेस कभी जाति की राजनीति भी नहीं की. आप संविधान देख सकते हैं कि कभी भी जाति धर्म की बात कांग्रेस पार्टी ने नहीं की है.”
फोटो— भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के डायरेक्टर और ग्रुप मैनेजिंग एडिटर राधेश्याम राय ने राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह को सम्मानित किया.
यह भी पढ़िए: बिहार में भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क का ‘बढ़ता बिहार’ कॉनक्लेव आज, जानिए बिहार की सांस्कृतिक विरासत
‘शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा, बिहार के छात्र बाहर जा रहे’
बिहार में शिक्षा के मुद्दे पर बोलते हुए अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा— “हमारे राज्य में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है. छात्र लगातार बाहर पढ़ने जा रहे हैं. मुख्यमंत्री बार—बार प्रधानमंत्री से आग्रह करते थे कि पटना विश्वविद्यालय से सेंट्रल विश्वविद्यालय बना दिया जाए..ये छोटी सी मांग भी तो नहीं पूरी हुई.”