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क्या नागिन लेती है नाग की मौत का बदला? फिल्मों में जो दिखाते हैं वो कितना सही? साइंस से समझिए

नाग और नागिन के जोड़े से जुड़ी तमाम कहानियां सामने आती ही रहती हैं तो वहीं ये भी कहा जाता है कि जब कोई किसी सांप को मारता है तो उसकी आंख में मारने वाले की तस्वीर छप जाती है

serpent Take Revenge for snakes death

सांकेतिक फोटो-सोशल मीडिया

Do Snakes Take Revenge: भारत में नाग-नागिन को लेकर तमाम फिल्में और न जाने कितने ही टीवी शो भी बने हैं और ये हमेशा से दर्शकों को आकर्षित भी करते रहे हैं. इस तरह की फिल्में अधिकतर हिट साबित हुई हैं. अक्सर फिल्मों और धारावाहिकों में दिखाया जाता है कि किसी ने अगर नाग को मार दिया है तो नागिन उसकी मौत का बदला लेने के लिए जरूर आती है. तो वहीं भारत में धार्मिक मान्यता भी कुछ इसी तरह की है. यहां पर तो सांपों की विधिवत पूजा भी की जाती है ताकि सांप परिवार के किसी सदस्य को किसी तरह की हानि न पहुंचाए तो इन्हीं सब के चलते अक्सर ही ये सवाल लोगों के दिमाग में रहता है क्या फिल्मों ये धारावाहिकों में जिस तरह दिखाया जाता है तो क्या हकीकत में नागिन बदला लेती है?

नाग और नागिन के जोड़े से जुड़ी तमाम कहानियां सामने आती ही रहती हैं तो वहीं ये भी कहा जाता है कि जब कोई किसी सांप को मारता है तो उसकी आंख में मारने वाले की तस्वीर छप जाती है और इसी से उसका जोड़ा यानी नागिन या फिर नाग मारने वाले को पहचान जाता है और फिर बदला लेता है. यही वजह है कि आज भी सांप को मारने के बाद उसका सिर पूरी तरह कुचल देने की भी धारणा है. तो वहीं इसको लेकर भी सवाल उठते हैं कि क्या सही में सांप की आंख में मारने वाले की तस्वीर छप जाती है. इन सब सवालों को लेकर एक वैज्ञानिक कारण भी बताया जाता है, जो सांपों की संरचना से जुड़ा हुआ है.

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सांपों की निकलती है महक

वैज्ञानिकों का कहना है कि सांपों के जेनाइटल ऑर्गन के पास मस्क ग्लैंड मौजूद होता है. जब सांपों को मारा जाता है तो कई बार ये फट जाता है. इसे कस्तूरी ग्रंथि भी कहा जाता है क्योंकि इससे एक खास किस्म की गंध होती है जो फटने के बाद निकलने लगती है और इस ग्रंथि के फटने के बाद जो महक हवा में मौजूद होती है, वो अन्य सांपों को आकर्षित करती है.

मादा सांप को करते हैं इस तरह से आकर्षित

एक्सपर्ट कहते हैं कि सांप के मरने के बाद अधिकतर मादा सांप ही दिखाई देती है. दरअसल इसकी वजह ये है कि इस ग्रंथि से निकलने वाली महक का इस्तेमाल सांप, मादा सांप को आकर्षित करने के लिए करते हैं. यही वजह है कि जब सांप को मारा जाता है और और मस्क ग्लैंड फट जाती है तो इससे निकलने वाली महक को सूंघकर ही मादा सांप उस जगह के आस-पास पहुंच जाती है जहां पर नर सांप को मारा गया. कई बार दूसरे नर सांप भी इस महक को सूंघते हुए घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं और फिर ये माना जाता है कि दूसरे सांप उस व्यक्ति को मारने के लिए आए हैं जिसने सांप को मारा है.

अधिक समय तक सांप नहीं याद रख सकते हैं कोई चीज

तो वहीं क्या सांप मारने वाले को याद रखते हैं, इसके सवाल को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि सांपों का दिमाग दूसरे रैप्टाइल्स की तरह की छोटा होता है. उनके अंदर किसी चीज़ को अधिक समय तक याद रखने की क्षमता नहीं होती है. इस तरह से अगर देखा जाए तो बदला लेने का सवाल ही नहीं उठता. तो वहीं कानों को लेकर वैज्ञानिक कहते हैं कि उनके कान भी अधिक दूर की चीज़ें सुनने की क्षमता नहीं रखते हैं, लेकिन इन सब में सांपों के सूंघने की क्षमता अधिक तेज़ होती है. फिलहाल यहां ये बता दें कि रिपोर्ट में लिखी गई जानकारी एक्सपर्ट की राय से लिखी गई है. इसको लेकर भारत एक्सप्रेस किसी तरह का दावा नहीं करता है.

-भारत एक्सप्रेस



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