राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट (फाइल फोटो/PTI)
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस अपनी तैयारियां करने में जुटी हुई है. ऐसे में पार्टी की तरफ से एक भी प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की गई है. टिकट बंटवारे में हो रही देरी को लेकर लगातर सवाल बने हुए है कि पार्टी को कहां दिक्कत हो रही है. वहीं बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें 41 उम्मीदवारों के नाम हैं. कांग्रेस लगातार अपनी सूची को लेकर मंथन करने में जुटी हुई है. शनिवार को राजस्थान कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक हुई, जिसमें शामिल होने के लिए खुद सीएम अशोक गहलोत भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. हालांकि आज कुछ सामने नहीं आया. अब कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक रविवार को भी जारी रहेगी. सुत्रों के मुताबिक इस बैठक के बाद पार्टी राजस्थान के लिए पहली लिस्ट जारी कर देगी.
दिल्ली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए सीएम गहलोत समेत राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट, स्पीकर सीपी जोशी भी दिल्ली पहुंच चुके हैं.
कहां आ रही है दिक्कत
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस बड़े स्तर पर विधायक और मंत्रियों के टिकट काटने में लगी हुई है. वहीं दूसरी तरफ ऐसा माना जा रहा है कि सचिन पायलट के टिकट चयन में युवाओं और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर पेंज फंसा हुआ है. वहीं सीएम गहलोत प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बचाने वालों के टिकट काटने के पक्ष में नहीं है. हालांकि पार्टी की तरफ से जो सर्वे कराए गए हैं उनमें जनता ज्यादातर विधायकों की रिपोर्ट ज्यादा अच्छी नहीं आई है. ऐसी स्थिति में टिकट काटने की चुनौती बनी हुई है. ऐसा कहा जा रहा है कि नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस अपनी लिस्ट जारी कर देगी. पहली सूची में कम से कम 100 से 115 नाम फाइनल हो सकते हैं. जिसमें ज्यादातर नाम पहले वाले ही हो सकते हैं.
‘सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं’
वहीं दिल्ली पहुंचे सीएम गहलोत ने बताया कि, “बहुत लंबे समय के बाद RPCC स्क्रीनिंग कमेटी को ज़िलों में जाकर फीडबैक लेने को कहा गया. टिकट सर्वे और फीडबैक के आधार पर दी जाएंगी. सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं है, लोगों को हमसे कोई शिकायत नहीं है. अगर किसी विधायक के खिलाफ कोई शिकायत आती है तो फीडबैक और सर्वे के आधार पर ही टिकट दी जाएगी.