BIRAC 12th Foundation Day: जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (बीआईआरएसी) ने नई दिल्ली के स्कोप कन्वेंशन सेंटर में अपना 12वां स्थापना दिवस मनाया. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में वैज्ञानिक समुदाय और उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया.
20 मार्च 2024 को हुए कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के दौरान बीआईआरएसी के प्रबंध निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार, बीआईआरएसी की वित्त-निदेशक निधि श्रीवास्तव, आईआईएससी बैंगलोर के प्रोफेसर जी पद्मनाभन, नेशनल स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन के डीन, बायलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन, यूएसए के प्रोफेसर पीटर होटेज़, बीआईआरएसी के अध्यक्ष डॉ. राजेश एस. गोखले समेत अन्य हस्तियां मौजूद रहीं.
स्थापना दिवस के मौके पर बीआईआरएसी के प्रबंध निदेशक डॉ. जितेंद्र कुमार ने अपने स्वागत भाषण में कहा, “पिछले 12 वर्षों में बीआईआरएसी ने उम्मीदों से परे जाकर कार्य किया है और अपने प्रभावशाली कार्यक्रम पेश करके हम नवाचार श्रृंखला में बडा बदलाव लाए हैं.” उन्होंने कहा कि बीआईआरएसी ने वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने वाले बायोटेक पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को बढ़ावा देते हुए, ठोस परिणामों के माध्यम से अपनी प्रतिबद्धता और क्षमताओं का प्रदर्शन किया है. इससे बाजार के लिए तैयार उत्पादों और प्रौद्योगिकियों में कई नवाचारों की प्रगति हुई है, जो सामाजिक चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं.
डीबीटी सचिव और बीआईआरएसी के अध्यक्ष डॉ. राजेश एस. गोखले ने अपने उद्घाटन भाषण में वैक्सीन उम्मीदवारों के विकास और किफायती बायोफार्मास्यूटिकल्स और बायोमेडिकल उत्पादों के लिए समर्थन सक्षम करने के लिए बीआईआरएसी में राष्ट्रीय बायोफार्मा मिशन, कार्यक्रम प्रबंधन इकाई के प्रयासों की सराहना की. वहीं, आईआईएससी बैंगलोर में मानद प्रोफेसर जी. पद्मनाभन ने अपने पूर्ण भाषण में मेडटेक के अतीत, वर्तमान और भविष्य के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि मेडिकल डिजिटल प्रौद्योगिकियों का कार्यान्वयन समाज के लिए स्वास्थ्य देखभाल में बेहतर पहुंच और लचीलापन प्रदान कर सकता है.
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