Delhi-NCR Greenfield Expressway: दिल्ली-एनसीआर के लोगों को जल्द एक और एक्सप्रेस-वे मिलने जा रहा है.
Delhi-NCR Greenfield Expressway: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली-NCR में अब एक और नया एक्सप्रेसवे बनवाया जा रहा है, जिसकी लंबाई 86 किलोमीटर होगी. सरकार ने उसे दिल्ली-एनसीआर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे नाम दिया है. बताया जा रहा है कि यह एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बनेगा. हाल में ही दिल्ली को मुंबई से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे तैयार हुआ है. इससे दिल्ली से मुंबई आने-जाने का रास्ता और आसान हो जाएगा.
हिमाचल, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से आने वाले वाहन सीधे मुंबई जा सकेंगे
दिल्ली-एनसीआर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के तैयार होने के बाद सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि हिमाचल, पंजाब और जम्मू-कश्मीर से आने वाले वाहन दिल्ली में आए बिना ही मुंबई जा सकेंगे. इस एक्सप्रेस-वे से ना सिर्फ दिल्ली में ट्रैफिक का बोझ कम होगा बल्कि मुंबई का रास्ता भी आसान हो जाएगा. एक अधिकारी ने बताया कि इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 86 किमी होगी. उन्होंने कहा- इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद एक सड़क दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को पनियाल के पास हाईवे 148बी से जोड़ेगी.
- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने यूट्यूब चैनल पर देश में बन रहे नए एक्सप्रेसवे की जानकारी दी.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा
बताते चलें कि हाईवे 148बी की ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे (हाईवे-152डी) से कनेक्टिविटी है. दोनों एक्सप्रेसवे के बीच जुड़ाव से उत्तर भारत और मुंबई के बीच सीधा संपर्क हो जाता है. इससे चंडीगढ़ से दिल्ली, नारनौल और जयपुर की दूरी कम होगी. वहीं, सरकार के एक प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. इसी के लिए 86 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे तैयार किया जा रहा है.
हरियाणा के नारनौल से राजस्थान के अलवर तक होगी कनेक्टिवटी
जो नया एक्सप्रेसवे होगा, वह हरियाणा के नारनौल से राजस्थान के अलवर तक किया जाएगा. बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट पर 1400 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इस बारे में एनएचएआई के परियोजना निदेशक मुकेश कुमार मीना ने जानकारी दी. उन्होंने कहा- इस काम को दो फेज में बांटा गया है. इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. उन्होंने बताया कि पूरे प्रोजेक्ट को खत्म करने के लिए 2 साल का समय निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि जो एक्सप्रेसवे अभी तैयार हुआ है उसको ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा.
— भारत एक्सप्रेस
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