अल नीनो 2024: मौसम को लेकर दिल्ली में हुई स्वास्थ्य मंत्री की बैठक।
Summer Season 2024: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल ज्यादा गर्मी का अनुमान लगाया है. अप्रैल…यानी इसी महीने से लेकर जून के बीच 3 महीने तापमान ज्यादा रहेगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गर्मी से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज बैठक की. जिसके उपरांत उन्होंने कहा कि इस बार लू भी ज्यादा चलेगी. लू चलने की संभावना 20 दिनों तक के लिए जताई जा रही है, जो अमूमन 8 दिनों तक रहती है.
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अल-नीनो का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “गर्मी शुरू हो चुकी है. भारतीय मौसम विभाग ने अल-नीनो के प्रभाव के चलते हीट-वेव की आशंका जताई है, इस साल हीट-वेव और थोड़ा ज्यादा तापमान रहने की संभावना है.”
#WATCH दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा, “गर्मी शुरु हो चुकी है। IMD ने अल-निनो के प्रभाव के चलते हीट वेव की आशंका जताई है, इस साल हीट वेव और थोड़ा ज्यादा तापमान रहने की संभावना है… इसे ध्यान में रखते हुए हमने बैठक की है और सरकार की ओर से राज्य सरकार को… https://t.co/sakkMLD5jp pic.twitter.com/5zODU7muxf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 3, 2024
मनसुख मंडाविया ने कहा— “गर्मियों की शुरूआत होते ही हमने इसे ध्यान में रखते हुए आज बैठक की है और केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकारों को ऐडवाइजरी जारी करने को कहा है.” स्वास्थ्य मंत्री ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा सुझाव है कि आप लोग पानी पीते रहें और पानी अपने साथ भी रखें…अपने आपको हाइड्रेट रखें.
इस बार कैसा रहेगा अल-नीनो का प्रभाव?
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जब अल-नीनो की बात की गई, तो कई मौसम विशेषज्ञों ने अल-नीनो के प्रभाव के बारे में बताया. IMD से जुड़े विशेषज्ञ के अनुसार, अल-नीनो एक जलवायु पैटर्न है जो पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में सतही जल के असामान्य रूप से तापन की स्थिति को दर्शाता है. अल-नीनो वातावरण और महासागर के बीच एक कॉम्प्लेक्स इंटरेक्शन के कारण होता है.
अल-नीनो जलवायु संबंधी ऐसी घटना है जो पूर्वी प्रशांत महासागर में सतही जल के असामान्य रूप से गर्म होने का प्रतिनिधित्व करती है. भूमध्य रेखा के पास प्रशांत क्षेत्र में पानी के तापमान में बदलाव के कारण अल-नीनो एक जटिल मौसम संबंधी घटना है.
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अल-नीनो और ला-नीनो में अंतर समझिए
इंटरनेशनल वेदर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि अल नीनो एवं ला नीना (El Nino and La Nina) जटिल मौसम पैटर्न हैं, जो विषुवतीय प्रशांत महासागरीय क्षेत्र में समुद्र के तापमान में भिन्नता के कारण घटित होते हैं. ये अल नीनो-दक्षिणी दोलन (El Nino-Southern Oscillation- ENSO) चक्र की विपरीत अवस्थाएँ होती हैं. मौसम के इन पैटर्न की ध्यान देने वाली बड़ी बात यह है कि अल-नीनो की वजह से तापमान गर्म होता है, जबकि ला-नीना के कारण मौसम ठंडा होता है.
— भारत एक्सप्रेस