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WFI Row: साक्षी मलिक का संन्यास, बृजभूषण के बेटे का पोस्ट और WFI पर एक्शन, सोशल मीडिया में यूजर्स के बीच क्यों छिड़ी जंग

WFI Row: प्रतीक भूषण सिंह ने एक सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर हाथ में बैनर लिए हुए एक फोटो पोस्ट की थी. जिस पर लिखा था-  “दबदबा तो है, दबदबा तो रहेगा”. इसके बाद ये पोस्ट तेजी से शेयर की जाने लगी.

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प्रशांत भूषण की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर क्यों छिड़ा है बवाल

WFI Row: संजय सिंह और WFI की नवनिर्वाचित पूरी संस्था पर खेल मंत्रालय के एक्शन के बाद अब सोशल मीडिया पर नया बवाल खड़ा हो गया है. जब संजय सिंंह को WFI का अध्यक्ष चुना गया था. उसके बाद से पहलवानों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. साक्षी मलिक ने तो प्रेस कॉन्फ्रेंस करते कुश्ती से सन्यांस लेने का ऐलान कर दिया था. इसके अलावा उन्होंने अपने जूते उतार कर टेबल पर रख दिए थे. वहीं इसके अगले दिन पहलवान बजरंग पूनिया ने पद्मश्री पुरस्कार को प्रधानमंत्री कार्यालय जाकर वापस कर दिया. यहां तक तो ठीक इसके बाद बीजेपी सांसद बृजभूषण के बेटे प्रतीक भूषण द्वारा एक फोटो शेयर किया था. इसके बाद सोशल मीडिया पर पूरे बवाल की शुरुआत हुई.

दरअसल प्रतीक भूषण सिंह ने एक सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर हाथ में बैनर लिए हुए एक फोटो पोस्ट की थी. जिस पर लिखा था-  “दबदबा तो है, दबदबा तो रहेगा”. इसके बाद ये पोस्ट तेजी से शेयर की जाने लगी.

सोशल मीडिया पर क्या चल रहा पूरा मामला?

बृजभूषण के बेटे प्रतीक भूषण की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक नई टैग लाइन ट्रैंडिग में आ गई. जिसमें प्रतीक भूषण के बैनर वाली लाइन के जवाब में लिखा था कि “दबदबा जूते की नोक पर”. दरअसल सोशल मीडिया पर यूजर्स द्वारा इस लाइन का इसलिए इस्तेमाल किया जाने लगा, क्योंकि खेल मंत्रालय ने आज इस WFI पर बड़ा एक्शन लेते हुए संजय सिंह और नवनिर्वाचित पूरी संस्था को सस्पेंड कर दिया था.

“दबदबा जूते की नोक पर” टैग लाइन के साथ एक सुभाष नाम के यूजर ने लिखा की-  WFI को भंग करके सरकार ने प्रत्यक्ष रूप से ये स्वीकार कर लिया है कि खिलाड़ियो के आरोप बिल्कुल सही थे !. वहीं ओम प्रकाश नाम के यूजर ने लिखा कि- भविष्य में प्रतियोगी परीक्षाओं में आने वाला प्रश्न..! Q. ढ़ाई दिन का दबदबा किसका और कब रहा था.?

– भारत एक्सप्रेस



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