लालू के दामाद तेज प्रताप और सीएम नीतीश कुमार
शिवांग तिमोरी
Etawah: बिहार में नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद से पूरे देश की राजनीति का सियासी पारा हाई हो गया है. इस पूरे मामले को लेकर बिहार से लेकर यूपी तक सियासत तेज हो गई है. लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश का एनडीए के साथ गठबंधन को भाजपा के बड़े दांव के रूप में देखा जा रहा है. इसी बीच एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने इटावा पहुंचे लालू यादव के दामाद तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार के इस्तीफा पर कहा, ” राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन ने पूरा प्रयास किया है. भाजपा से एकजुटता के साथ लड़े, इसके बावजूद भी नीतीश कुमार ने इस तरीके का फैसला लिया तो निश्चित उनके ऊपर कोई दबाव रहा होगा और नीतीश कुमार ने अभी तक महागठबंधन छोड़ने का कोई ठोस कारण नहीं बता पाए हैं.
बता दें कि इटावा में शोक संवेदना व्यक्त करने सपा की सांसद डिम्पल यादव व तेजप्रताप यादव पहुंचे थे. इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए तेजप्रताप यादव ने नीतीश के इस्तीफा देने को लेकर निशाना साधा. बता दें कि तेज प्रताप इटावा के भरथना में शिवपाल सिंह यादव के प्रतिनिधि ध्रुव यादव के घर शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए पहुंचे थे. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि, राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन के दलों ने पूरा प्रयास किया कि भाजपा से पूरी एकजुटता के साथ लड़े उसके बावजूद भी नीतीश कुमार ने इस तरह का फैसला लिया है, तो निश्चित उनके ऊपर कोई दबाब रहा होगा. इसी के साथ तेज प्रताप ने आगे कहा कि, अभी तक वह इसका कोई ठोस कारण नही बता पाए हैं. महागठबंधन छोड़ने का जिस तरह से भाजपा पार्टी दूसरी पार्टियों को तोड़ रही है इससे पहले महराष्ट्र में किया उसी तर्ज पर चलकर जेडीयू को अपने पाले में लिया. इसी के साथ उन्होंने कहा कि, बिहार की जनता का पूरा समर्थन तेजस्वी व आरजेडी के साथ है. हमने नौकरियां दी है जिसको लेकर हम जनता के बीच जाएंगे. बिहार इस बार सबसे ज्यादा सीट सबसे बड़ी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल लेकर आएगी.
ये भी पढ़ें- Budget 2024: सरकारी कर्मचारियों की होगी बल्ले-बल्ले, 300 छुट्टियों की हो सकती है घोषणा
अखिलेश ने पेश किया गठबंधन का मॉडल
दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफा देने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से फिर सरकार बनाने के ताजा घटनाक्रम के सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) ने की ओऱ से भी बयान सामने आया है. रविवार को सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा कि, अखिलेश यादव ने भाजपा का मुकाबला करने के लिए गठबंधन का एक मॉडल पेश किया है और दूसरों को इसका अनुसरण करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि, ‘‘जो चुनाव होने जा रहे हैं वह धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र को बचाने के लिए हैं. हमारी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल के साथ सीट बंटवारे की घोषणा करके एक मॉडल पेश किया है. कांग्रेस के साथ दूसरे दौर की बातचीत चल रही है. भाजपा को हटाने के लिए सभी को इसका पालन करना चाहिए.”
-भारत एक्सप्रेस