डिप्टी सीएम अजित पवार के पास आया वित्त मंत्रालय
Maharashtra: महाराष्ट्र में सियासी उठापटक के बाद लंबे समय से अटका पड़ा मंत्रिमंडल का विस्तार शुक्रवार को कर दिया गया है. बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच मंत्रालय को चल रही खींचतान पर अब सहमति बन गई है और आखिरकार विभागों का बंटावारा हो गया है. प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त और योजना मंत्रालय सौंपा गया है. सुत्रों के मुताबिक वह इस मंत्रालय की मांग कर रहे थे. वहीं छगन भुजबल को खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग दिया गया है जबकि धनंजय मुंडे को कृषि मंत्रालय मिला है.
इससे पहले कृषि मंत्रालय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के पास था. वहीं कैबिनेट मंत्री अनिल पाटिल को राहत और पुनर्वास और आपदा प्रबंधन विभाग मिला है, अदिती सुनील तटकरे को महिला एवं बाल विकास, दिलीप वाल्से पाटिल को राजस्व, पशुपालन और डेयरी विकास विभाग मिला है.
NCP के कोटे में आए 7 महत्वपूर्ण मंत्रालय
बता दें कि, महाराष्ट्र में लंबी जद्दोजेहद के बाद आखिरकार सीएम शिंदे ने एनसीपी (NCP) के नवनियुक्त मंत्रियों के विभागों के बंटवारे पर अंतिम मुहर लगा दी है. एनसीपी के कोटे में सात महत्वपूर्ण मंत्रालय आ गए हैं जिनमें वो वित्त मंत्रालय भी शामिल है जिसे लेकर काफी दिनों से रस्साकशी चल रही थी. वहीं शिंदे गुट के पास से कृषि मंत्रालय भी चला गया है.
वित्त मंत्रालय को लेकर चल रहा था मंथन
गौरतलब है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता अजित पवार और उनकी पार्टी के आठ अन्य विधायकों ने दो जुलाई को महाराष्ट्र सरकार के मंत्रियों के तौर पर शपथ ग्रहण की थी. अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया है. इसके बाद से एनसीपी वित्त मंत्रालय को अपने पास रखने की मांग रही थी जिसको लेकर काफी मंथन भी हुआ. इसी वजह से विभागों के बंटवारा होने में समय भी लग गया.
– भारत एक्सप्रेस
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