कमलनाथ (फोटो फाइल)
MP Elections: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान संपन्न हो चुका है. ऐसे में सभी को अब नतीजों का इंतजार है. इसके साथ ही बीजेपी और कांग्रेस की भी धड़कने बढ़ी हुई हैं कि 3 तारीख को सत्ता की कुर्सी किसके पास होगी. इस पर कांग्रेस काफी सतर्क हो गई है. दरअसल मतगणना के समय कुछ सीट पर जीत-हार का अंतर काफी कम होता है. इसलिए मतगणना सही तरीके से होना काफी जरुरी है. मतगणना को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति बनाते हुए अपने सभी प्रत्याशियों के लिए भोपाल बुलाया है. जानकारी के मुताबिक, सभी उम्मीदवार भोपल पहुंच भी चुके हैं.
बताया जा रहा है कि मतगणना की तैयारियों को लेकर कांग्रेस अपने सभी प्रत्याशियों को खास ट्रेनिंग देने वाली है. कांग्रेस के सभी सीट के उम्मीदवार अपनी विधानसभा सीट से दो-दो बूथ एजेंट को भी अपने साथ लेकर जाएंगे.
सभी मतदताओं को अलर्ट रहने का आदेश
भोपाल में सभी प्रत्याशी ट्रेनिंग लेने के बाद अभी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में वापस जाएंगे और सभी बूथ कार्यकर्ताओं को मतगणना की बारीकियों के बारे में बताएंगे. ट्रेनिंग में सभी को मतदान के दौरान पूरी तरह से अलर्ट रहने को कहा गया है. ताकी चुनाव में किसी भी तरह कोई गड़बड़ी न हो सके. कांग्रेस ने पहले गड़बड़ी की आशंका जतायी है. इसलिए बिना किसी दवाब के मतगणना के दौरान नजर बनाए रखने के लिए रणनीति बनाई गई है.
क्यों किया जा रहा है ऐसा ?
बता दें कि इस बात की आशंका हैं कि इस चुनाव में कुछ सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों में कड़ी टक्कर होने वाली है. इस सीटों पर वोटों का अंतर भी काफी कम होने वाला है. इसके बूथ एजेंटों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. पार्टी को लग रहा है कि मतगणना के दौरान क्लोज फाइटिंग पर गड़बड़ी की जा सकती है. इसलिए एक-एक वोट काफी जरुरी है. पोलिंग बूथ का डेटा कई बार चेक किया जाएगा.
गौरतलब है कि ईवीएम की निष्पक्षता पर कई बार सवाल उठ चुके हैं. ऐसे में कांग्रेस सभी 230 प्रत्याशियों को ट्रेनिंग दे रही है. ताकी काउटिंग के दौरान गड़बड़ी को रोका जा सके.
– भारत एक्सप्रेस
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