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UPSC का ख्वाब टूटा तो बैंगलोर में की 35 लाख की नौकरी, लेकिन नहीं भरा मन; ऊंट का दूध बेचा, अब ₹35 करोड़ रेवेन्यू

UPSC उम्मीदवार रह चुके उद्यमी निर्मल चौधरी ने 2021 में जोधपुर में अपने डेयरी ब्रांड मिल्क स्टेशन की शुरूआत की, उसके माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के साथ डेयरी उद्योग में करोड़ों का टर्नओवर करके कमाल कर दिखाया.

success story of Nirmal Choudhary a Failed UPSC Aspirant Sells Camel Milk Products, Earns ₹35Cr In FY24

जोधपुर के निर्मल चौधरी चला रहे मिल्क स्टेशन

Success Story of Nirmal Choudhary: यह सक्‍सेस स्‍टोरी है राजस्‍थान के युवा उद्यमी निर्मल चौधरी की, जिन्होंने कभी सिविल सर्विसेज के जरिए देश सेवा के ख्‍वाब संजोए थे. उसके लिए उन्होंने तीन बार प्रयास किया, हालांकि चयन नहीं हो पाया. फिर उन्‍होंने उसी मेहनत और लगन से अपनी असफलता को एक संपन्न व्यवसाय में बदल डाला. उन्होंने ‘मिल्क स्टेशन’ लॉन्च किया, जो ऊंट के दूध से बने उत्पादों पर केंद्रित एक डेयरी ब्रांड है.

निर्मल की व्यावसायिक सफलता को बस इतने से समझा सकता है, कि वित्त वर्ष 2024 में उनकी कंपनी ने 35 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया है. और, अब अपनी आइसक्रीम पेश करने और आगे विस्तार करने की योजना के साथ निर्मल पांच साल के भीतर 100 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं, जिससे डेयरी उद्योग में उनकी जगह मजबूत होगी और साथ ही सकारात्मक सामाजिक प्रभाव भी पड़ेगा.

nirmal choudhary camel milk

जोधपुर के लाल निर्मल चौधरी का कमाल

निर्मल चौधरी कहते हैं, “लगातार तीन साल तक सिविल सेवाओं के लिए कड़ी मेहनत करने के बाद, मैंने यूपीएससी को छोड़ा था. मैं बैंगलोर चला गया और एलन करियर इंस्टीट्यूट के मानव संसाधन विभाग में शामिल हो गया, जहां 35 लाख रुपये सालाना का सम्मानजनक वेतन मिलने लगा. इस तरह मैं लाइफ को सेटल करना चाहता था. यहां तक ​​कि मेरे माता-पिता ने भी मुझे सिविल सेवाओं के अलावा अन्य जॉब तलाशने का सुझाव दिया. मगर, किस्‍मत को कुछ और ही मंजूर था.”

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2.5 करोड़ के निवेश से शुरू किया व्यवसाय

बकौल निर्मल, “मैं एक किसान परिवार से आता हूं और आर्थिक स्थिति भी अच्‍छी थी. हालांकि, जोधपुर में अपनी जड़ों की ओर लौटने और कुछ सार्थक करने की लालसा ने मुझे कॉर्पोरेट लाइफ को पीछे छोड़ने के लिए तैयार किया. 2021 में, मैंने मिल्क स्टेशन की स्थापना के लिए एक बैंक लोन से 2.5 करोड़ रुपये का निवेश किया. स्थानीय डेयरी मार्केट में, विशेष रूप से ऊंट के दूध से बने उत्पादों की अहमियत को समझते हुए मैंने ऊंट प्रजनन को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रजनकों का समर्थन करने का लक्ष्य रखा.”

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अब 100 Cr के रेवेन्यू पर फोकस, ब्रांड के कई प्रोडक्ट

उन्‍होंने कहा, “मिल्क स्टेशन शुरू होने पर मेरे ब्रांड ने जल्द ही उत्पादों का विस्तार किया और घी, छाछ, लस्सी, पनीर, दही और स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं द्वारा बनाए गए ऊंट के दूध से बनी कुकीज़ भी ब्रांड में शामिल कीं. अच्‍छी क्‍वालिटी और ताजा उत्पादों के कारण मिल्क स्टेशन से मुझे भरपूर कमाई होने लगी. अब अपना ब्रांड देशभर में पहुंचाना चाहता हूं.”

– भारत एक्‍सप्रेस



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