Ambati Rayudu
Ambati Rayudu Big Statement: अंबाती रायडू ने अपने करियर और भारतीय क्रिकेट से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया है. हाल ही में आईपीएल से संन्यास लेने वाले चेन्नई सुपर किंग्स के धाकड़ खिलाड़ी ने कहा, बीसीसीआई के एक पूर्व अधिकारी ने उन्हें आंध्र प्रदेश के लिए तेजी से प्रगति करते हुए देखने के बाद उनके करियर को बर्बाद करने की कोशिश की और उनके एक अच्छे खिलाड़ी होने के बावजूद उनके भारत में डेब्यू में देरी हुई. बता दें, ये खुलासा पूर्व बीसीसीआई सुप्रीमो और पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिवलाल यादव और उनके बेटे अर्जुन से संबंधित है. रायडू ने कहा है कि वह अर्जुन से बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे, और यह अर्जुन के भारत के लिए खेलने के सपने में बाधा साबित हो रहा था, जिसके कारण उनके करियर को बर्बाद करने के प्रयास किए जा रहे थे. रायडू ने यह भी खुलासा किया कि उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया, जिससे हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (एचसीए) की खराब स्थिति का पता चलता है.
अंबाती रायडू का सनसनीखेज खुलासा
हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के जरिए मेरे बचपन से ही राजनीति शुरू हो गई थी. शिवलाल यादव के बेटे अर्जुन यादव को टीम इंडिया के लिए खेलने के इरादे से मुझे परेशान किया गया था. क्योंकि मैं अर्जुन यादव से बेहतर खेल रहा था, उन्होंने मुझे हटाने की कोशिश की. इतना ही नहीं रायुडू ने एक इंटरव्यू में शिवलाल यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘शिवलाल यादव ने अपने बेटे के लिए मुझे बर्बाद किया. शिवलाल अपने बेटे को आगे बढ़ाना चाहते इस कारण उन्होंने मेरा करियर खराब किया.’
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ये खबर भारतीय क्रिकेट में बड़ा भूचाल ला सकता है…
रायडू ने कहा, ‘मैंने 2003-04 में इंडिया-ए के लिए शानदार खेला. लेकिन 2004 में चयन समिति बदल गई और शिवलाल यादव के करीबी दोस्त पैनल में शामिल हो गए, इसलिए मुझे मौका नहीं मिला. इस दौरान शिवलाल के भाई ने मुझे परेशान करते हुए गालियां तक दी. मुझसे कोई बात नहीं करता था और अगर कोई मेरे लिए आवाज भी उठाता था तो उसे टीम से बाहर कर दिया जाता था. इन सबसे परेशान होकर मैंने हैदराबाद छोड़कर आंध्र प्रदेश से खेलना शुरू किया.’ रायडू ने 2005 में हैदराबाद को आंध्र के लिए छोड़ दिया, और 2005-06 के सीज़न में रायुडू और अर्जुन दोनों पक्षों के बीच रणजी ट्रॉफी के खेल के दौरान जुबानी लड़ाई में शामिल थे.
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