IND vs AUS, WTC Final: अपने एक दशक लंबे आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को समाप्त करने के लिए टीम इंडिया बुधवार से द ओवल में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ने के लिए तैयार है. पिछले दो डब्ल्यूटीसी सीजन में भारत लगातार दूसरी बार फाइनल खेल रहा है. जबकि ऑस्ट्रेलिया का ये पहला डब्ल्यूटीसी फाइनल है. दोनों टीमें इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाने के लिए खूब पसीना बहा रही है और 7 जून से शुरू होने वाले इस मुकाबले में अपना सब कुछ झोंकने के लिए तैयार है. मगर दोनों टीमों के खेल के साथ-साथ इस मुकाबले में ओवल की पिच कंडीशन और मौसम का भी अहम रोल होने वाला है.
ओवल की पिच, मौसम का हाल और प्लेइंग-11
मौसम वेबसाइट एक्यूवेदर ने 7 से 11 जून तक टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने जा रहे इस महामुकाबले के चौथे दिन यानी कि 10 जून को लंदन में बारिश की 60% आशंका जताई गई है. हालांकि, 12 जून फाइनल का रिजर्व डे है, यानी कि बारिश होने की स्थिति में एक दिन का खेल 12 जून को हो सकता है. अगर इस मैच के दौरान मौसम देखा जाए तो पहले तीन दिन बारिश का खतरा नजर नहीं आ रहा. चौथे और पांचवें दिन थोड़ी परेशानी की बात है क्योंकि इन दोनों दिन बारिश खेल का मजा खराब कर सकती है.
सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों की मेजबानी का रिकॉर्ड केनिंग्टन ओवल के नाम है. यह अनुमान लगाना कठिन है कि गेंद जीतेगी या बल्ला क्योंकि इंग्लैंड का मौसम हमेशा बदलता रहता है. दूसरे शब्दों में, पिच गेंदबाजों और बल्लेबाजों दोनों को सहायता प्रदान करती है. ऐसे में टॉस का नतीजा अहम होता है. मैच के अंतिम दिनों में स्पिनरों को मिलने वाली मदद के कारण, जैसा कि अतीत में देखा गया है. अधिकांश टीमें पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुनती हैं. यहां तेज गेंदबाजों के रिकॉर्ड बहुत अच्छे नहीं रहे हैं.