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Wrestlers Protest: दिल्ली पुलिस के इस बयान ने तेज की हलचल, बोले- ‘बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी लायक सुबूत नहीं’!

Wrestlers vs Brij Bhushan Singh: मीडिया में आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि दिल्ली पुलिस के पास बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी लायक सबूत नहीं हैं.

WFI Controversy

बृजभूषण शरण सिंह

Delhi Police sources on Wrestlers Protest: बृजभूषण शरण सिंह और पहलवानों के बीच जारी बवाल के बीच बुधवार को कई बड़े अपडेट सामने आए हैं. पहलवानों के तमाम आरोपों को गलत और बेबुनियाद ठहराते हुए बृजभूषण ने बुधवार को चुनौती दी कि अगर उन पर दोष सिद्ध होते हैं तो वह खुद को फांसी लगा लेंगे. इन सबके बीच कुछ ऐसा हुआ जिसने दिल्ली पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़ा कर दिया. दरअसल, बुधवार को ही मीडिया में चल रही खबरों पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि केस की जांच अब तक जारी है, लेकिन तुरंत ही उस पोस्ट को डिलीट भी कर दिया.

क्या लिखा था दिल्ली पुलिस के ट्वीट में…

दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा था, “कुछ मीडिया चैनल महिला पहलवानों द्वारा दर्ज मुकदमे में पुलिस द्वारा फाइनल रिपोर्ट दाखिल किए जाने की ख़बर प्रसारित कर रहे हैं… यह ख़बर पूरी तरह गलत है… यह केस अभी विवेचन में है, और पूरी तफ़्तीश के बाद ही उचित रिपोर्ट न्यायालय में रखी जाएगी…” कुछ ही देर बाद इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया.

‘बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी लायक सुबूत नहीं’!

इसके पहले दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा था कि दिल्ली पुलिस के पास अभी भी भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख ब्रज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है. दिल्ली पुलिस बहुत जल्द अपनी जांच पूरी करेगी. जांच में यह तय होगा कि अगले 15 दिन में पुलिस चार्जशीट या एफआईआर दर्ज करेगी. एएनआई ने शीर्ष सूत्रों के हवाले से बताया, ‘अब तक बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं.’

दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना था कि 15 दिनों के भीतर कोर्ट में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे. यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट के रूप में हो सकता है. पहलवानों के दावे को साबित करने के लिए कोई सहायक सबूत नहीं है. इतना ही नहीं, दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने यह भी बताया कि नाबालिग पहलवान वास्तव में बालिग है क्योंकि उसने अपनी उम्र दो साल कम बताई थी.

दिल्ली पुलिस के इस बयान ने तेज की हलचल

भारत के शीर्ष पहलवान पिछले 38 दिनों से विरोध कर रहे हैं. इस बीच मीडिया के एक वर्ग ने पुलिस सूत्रों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए ‘कोई पर्याप्त सबूत नहीं है’. आपको बता दें सिंह पर नाबालिग सहित महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है.

45 दिनों में चुनाव नहीं हुए तो सस्पेंड हो सकता है कुश्ती महासंघ

कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए पहलवान पिछले काफी समय से दिल्ली स्थित जंतर-मतंर पर धरना दे रहे थे. पहलवानों की मांग है कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष अपने पद से इस्तीफा दें और उन्हें गिरफ्तार किया जाए. अब पहलवानों के समर्थन में कुश्ती के सबसे बड़े संगठन ने भी हुंकार भर ली है. यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने पहलवानों को हिरासत में लिए जाने और आरोपी सांसद की गिरफ्तारी ना होने की कड़ी निंदा की है. संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अगले 45 दिनों के भीतर कुश्ती महासंघ का चुनाव नहीं होता है तो उसे सस्पेंड किया जा सकता है.



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