अरविंद केजरीवाल
Arvind Kejriwal Vs Ed News: शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तिहाड़ जेल में बंद हैं. उनका शुगर लेवल काफी बढ़ गया है, इस मुद्दे पर ईडी और केजरीवाल के वकील आमने-सामने हैं. दोनों पक्षों के अपने-अपने तर्क हैं.
जेल में अरविंद केजरीवाल की डाइट और इंसुलिन की मांग के मामले पर शुक्रवार को सुनवाई शुरू हुई तो ED की ओर से पेश हुए वकील जुहेब हुसैन ने जज कावेरी बावेजा के समक्ष कहा कि तिहाड़ जेल प्रशासन से रिपोर्ट के आने का इंतजार किया जा रहा है. कोर्ट ने पूछा कि कितना समय लगेगा? तब ED की ओर से कहा गया कि 10 मिनट लगेंगे.
अरविंद केजरीवाल की ओर से इंसुलिन की मांग को लेकर याचिका दाखिल की गई. संवाददाता ने बताया कि अरविंद केजरीवाल की ओर से रमेश गुप्ता कोर्ट में मौजूद रहे तो वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अभिषेक मनु सिंघवी जुड़े रहे.
’22 साल से शुगर की प्रॉब्लम है, हर दिन इंसुलिन लेते हैं’
कोर्ट ने केजरीवाल से याचिका की कॉपी सबको देने को कहा. कोर्ट ने कहा कि हमको अभी अर्ज़ी के बारे में नहीं पता है, कि अर्ज़ी में क्या मांग की गई है. केजरीवाल की तरफ से वकील अभिषेक मनु सिंधवी ने कहा कि हमने ED को अर्ज़ी की कॉपी दे दी थी. केजरीवाल को 22 साल से शुगर की प्रॉब्लम है, वह हर दिन इंसुलीन लेते हैं.
ED की ओर से पेश वकील जोहेब हुसैन ने मांग की कि याचिका की एक कॉपी उनको उपलब्ध कराई जाए. केजरीवाल के वकील रमेश गुप्ता ने कहा कि ED का इससे क्या लेना-देना है? यह आवेदक और जेल अधिकारियों के बीच का मामला है. अरविंद केजरीवाल न्यायिक हिरासत में हैं. वो ED की हिरासत में नहीं हैं.
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ये बात सबको पता है कि केजरीवाल शुगर से पीड़ित हैं. उन्हें हर रोज इंसुलिन दिया जाता है. 21 मार्च को ED ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. उसके बाद से इंसुलिन देने में असमर्थ हूं. वो बार-बार पूछ रहे हैं कि मेरा डॉक्टर (शुगर लेवल की) निगरानी कर सकता है, यह निगरानी निरंतर होनी चाहिए.
अरविंद केजरीवाल ने जेल में 48 बार घर का खाना गया
केजरीवाल के वकील ने कहा कि गिरफ्तारी से पहले केजरीवाल का जिस डॉक्टर से इलाज चल रहा था, उनसे सलाह लेने की इजाजत दी जाए. केजरीवाल की नियमित जांच हो, ताकि उनका अलार्मिंग ब्लड शुगर कंट्रोल किया जा सके.
वकील ने कहा कि जेल में 48 बार घर का खाना गया, जिसमें से सिर्फ 3 बार आम भेजा गया था. 8 अप्रैल के बाद उनके खाने में आम नहीं भेजा गया. 48 बार में से सिर्फ एक बार नवरात्रि के खाने में उन्होंने पूड़ी खाई थी. शुगर फ्री मिठाई सिर्फ 6 बार भेजी गई थी.
अलविंद केजरीवाल के वकील ऋषिकेश ने मीडिया से कही यह बात
केजरीवाल के वकील ऋषिकेश ने कहा कि उनको पिछले 30 साल से शुगर है. यह अजीब बात है कि उसके बावजूद जेल में उन्हें इंसुलीन नहीं दी जा रही है. ईडी द्वारा लगाए गए आरोप गलत हैं. न्यायिक हिरासत में जाने से मौलिक अधिकार खत्म नहीं हो जाता है. ईडी के सबमिशन का कोई आधार नहीं था. वह जबसे न्यायिक हिरासत में भेजे गए हैं, तबसे उनको कोर्ट के निर्देश पर घर का बना खाना उपलब्ध कराया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि उनका शुगर लेवल जो हमें पता चला है वो दिन-प्रतिदिन खतरे के पास पहुंच रहा है. जिस डॉक्टर ने उनका चेकअप किया है, उन्होंने समय-समय पर उनको इंसुलीन की सलाह देते रहे हैं, लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात है कि इतना हाई शुगर लेवल होने के बावजूद भी जेल प्रशासन उनको इंसुलीन नहीं दे रहा है. इंसुलिन जरूरी है, तो फिर किस बात की देरी की जा रही है, ये हमें बिल्कुल समझ में नहीं आ रहा है.
वहीं उन्होंने कहा कि क्या इसे लेकर कोई साजिश की जा रही है. इसलिए हमने कोर्ट से अपील की है कि जो मेडिकल प्रेक्टिशनर उन्हें लगातार देख रहे हैं उनसे कंसल्ट लेने दिया जाए. वहीं उन्हें जितनी इंसुलिन की अवश्यकता है वो दी जाए.
-भारत एक्सप्रेस
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