दीया कुमारी, जेपी नड्डा और वसुंधरा राजे
Rajasthan Election 2023: राजस्थान चुनाव में बीजेपी की लिस्ट के बाद से सियासी उठापटक मची हुई है. एक तरफ बीजेपी ने विधानसभा के रण में अपने सांसदों को उतार दिया तो वहीं दूसरी पार्टी में बगावत शुरू हो गई है. बीजेपी के सूची जारी करने के बाद से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक नाराज चल रहे हैं. उनके कई करीबी नेताओं के टिकट पार्टी ने काट दिए हैं. ऐसे में चुनाव के समय में प्रदेश के नेताओं में बगावती सुर देखने को मिल रहे हैं. चुनाव में यह बीजेपी को कितना नुकसान पहुंचा सकता है यह तो समय ही बताएगा.
इस बीच एबीपी न्यूज सी-वोटर सर्वे ने जनता से सवाल किया और जानने की कोशिश की पार्टी का सांसदों को मैदान में उतारने के बाद जो बगावत शुरु हुई है वो पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाएगा. इस पर जनता ने चौंकाने वाले जवाब दिए.
जनता ने दिए अलग-अलग जवाब
जब सर्वे में जनता से इस पर सवाल किया तो लोगों की काफी अलग-अलग प्रतिक्रिया सामने आई. सर्वे के मुताबिक, 44 फीसदी लोगों ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सांसदों को उतारने से बीजेपी में शुरू हुई बगावत से पार्टी को बहुत ज्यादा नुकसान वाला है. वहीं 23 फीसदी लोगों ने कहा कि पार्टी को थोड़ा बहुत ही नुकसान हो सकता है. इसके बाद 30 फीसदी लोगों ने कहा कि पार्टी को इससे कोई नुकसान होगा. जबकि 3 फीसदी लोगों ने कहा कि हम इस पर अपनी कोई राय नहीं सकते हैं.
सासंदों को चुनाव में उतारने से शुरू हुई बगावत से पार्टी को बहुत नुकसान होगा- 44 फीसदी
थोड़ा बहुत नुकसान होगा- 23 फीसदी
कोई नुकसान नहीं होगा- 30 फीसदी
हमें नहीं पता- 3 फीसदी
वसुंधरा राजे के करीबियों को नहीं मिला टिकट
बता दें कि राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटें हैं. जिसमें से बीजेपी ने पहली लिस्ट में 41 उम्मीदवार ऐलान किए हैं. बीजेपी ने मध्य प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान में भी 7 मौजूदा सांसदों को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया के करीबियों में शामिल नरपत सिंह राजवी का टिकट बीजेपी ने काट दिया है. उनकी जगह पर विद्याधर नगर से सांसद दीया कुमारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसके साथ ही वसुंधरा के एक और करीबी राजपाल शेखावत को भी टिकट नहीं मिला है.
– भारत एक्सप्रेस
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