दिल्ली पुलिस ने अपरहण करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़
Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने आईजीआई (IGI) एयरपोर्ट पर फिरौती के लिए अपहरण करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अपहर्ताओं के पास से 2,76,999 रुपये की फिरौती मिली है. इसके अलावा मुख्य आरोपी हरपूल सिंह पर पहले ही एक हत्या की कोशिश, हथियार और अवैध शराब की तस्करी में शामिल होने के मामले दर्ज हैं. वहीं पुलिस ने एक आपत्तिजनक कार भी बरामद की है.
पुलिस ने इस मामले में तीन को लोगों को पकड़ा है. पहला दिल्ली के नजफगढ़ से नरेश कुमार का बेटा प्रवीर कुमार, इसके अलावा हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ से स्व. प्यारे लाल का बेटा विकास और तीसरा मुख्य आरोपी 33 वर्षीय हरफूल सिंह उर्फ सोनू, यह भी हरियाणा के झज्जर का ही रहने वाला है. पुलिस ने हरफूल सिंह उर्फ सोनू को आईजीआई हवाई अड्डे से फल विक्रेता बब्लू यादव के अपहरण को लेकर गिरफ्तार किया है. इसके अलावा इन्होंने बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले नंदलाल यादव से 2 लाख 76 हजार 999 रुपये की फिरौती प्राप्त की है.
क्या है पूरा मामला ?`
22 सितंबर 2023 को पीएस आईजीआई एयरपोर्ट पर एक शिकायत मिली, जिसमें शिकायतकर्ता बबलू यादव आजादपुर मंडी से थोक सेब खरीदने के लिए बागडोगरा हवाई अड्डे से दिल्ली आईजीआई हवाई अड्डे, टी-2 पर आए थे. वहां उसकी मुलाकात अपने दोस्त अजय से हुई, जिससे वह असम के सिलिउरी से पहले से ही जानता था. शिकायत में उसने बताया कि असम के सिलीगुड़ी में एक फल बाजार में काम करते हैं, जहां उनकी मुलाकात अजय से हुई, जो पिछले साल सिलीगुड़ी घूमने आया था. तभी से हम एक दूसरे को जानते हैं और अजय ने उससे कहा कि जब भी वह दिल्ली आए तो वह उससे दिल्ली में मिलें.
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20 सितंबर को जब शिकायतकर्ता दिल्ली पहुंचा, तो उसे अजय द्वारा भेजी गई टैक्सी द्वारा टर्मिनल 2 से उठाया गया, और उसे सेक्टर -21, द्वारका में छोड़ दिया गया. जहां से अजय उसे कुछ अलग फ्लैट में ले गया, जहां एक अजय के सहयोगी पहले से ही मौजूद थे. फिर 21 सितंबर को अजय के चार और साथी फ्लैट पर आए और वे उसे जबरन कार से बहादुरगढ़ में एक सुनसान डेयरी फर्म में ले गए. इसके बाद उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दी और उसे मुक्त करने के लिए फिरौती की रकम मांगी.
उन्हें पांच अलग-अलग यूपीआई आईडी के जरिए पैसे भेजने के लिए अपने रिश्तेदारों को फोन करने के लिए मजबूर होना पड़ा. उन्होंने जबरदस्ती रुपये की फिरौती मांगी. उनके रिश्तेदारों से 2,76,999 रु. फिरौती की रकम मिलने के बाद 22 सितंबर, 2023 को दोपहर करीब 3:50 बजे उन्होंने उसे बहादुरगढ़ सिटी मेट्रो स्टेशन के पास छोड़ दिया और घटना के बारे में पुलिस से शिकायत न करने की चेतावनी भी दी.
जल्दी पैसा कमाने का था लालच
तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ की गई, जिसके दौरान उन्होंने खुलासा किया कि हरफूल सिंह, पुत्र बलवान सिंह, जल्दी पैसा कमाने के लिए अन्य आरोपी के साथ मिलकर अपहरण की योजना बनाने के पीछे का मास्टर है.
– भारत एक्सप्रेस
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