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सट्टेबाजी के शौक ने बना दिया 20 हजार करोड़ का मालिक! जूस बेचने वाले ने ऐसे फैलाया ‘महादेव ऐप’ का जाल, फंस गए रणबीर कपूर समेत ये सितारे

Mahadev Betting Mobile App: सौरभ चंद्रकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ‘जूस फैक्ट्री’ के नाम जूस की दुकान चलाता था. इसके साथ-साथ उसे सट्टा खेलने का भी शौक था और फिर धीरे-धीरे उसने सट्टे के कारोबार को UAE तक पहुंचा दिया.

सौरभ चंद्राकर के बनाए महादेव ऐप में फंस गए रणबीर कपूर

Mahadev App: आजकल बाजार में सट्टेबाजी को लेकर हजारों ऐप उपलब्ध हैं. लोग इन एप्स के जरिए खूब सट्टा लगाते हैं. ऐसे ही पिछले कुछ समय से महादेव ऐप की काफी ज्यादा चर्चा हो रही है. इस ऐप के जरिए बड़े-बड़े सेलेब्रिटीज से लेकर कई लोगों ने इस पर सत्ता लगाया. इस ऐप की खास बात यह थी कि यहां हारने वाले को भी जीतता हुआ दिखाया जाता था और फिर करोड़ों रुपये की कमाई की जाती थी. अब इस ऐप से करोड़ों रुपये का घोटाले का खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक, महादेव ऐप का घोटाला करीब 5000 करोड़ रुपये का है. जब जांच एजेंसियों ने इस ऐप के बारे में खुलासा किया तो हर कोई हैरान रह गया.

दरअसल इस ऐप के पीछ सिर्फ दो हैं, जिसने इसकी शुरुआत की कई लोगों को चुना लगाया. आपको जानकर हैरानी होगी कि महादेव ऐप का मास्टरमाइंड केवल एक जूस वाला था, जो देखते ही देखते सट्टेबाजी की दुनिया से 20 हजार करोड़ का मालिक बन गया.

रणबीर कपूर को समन जारी

बता दें कि जब से इस महादेव ऐप में बॉलीवुड का तड़का लगा है तभी से इसकी खूब चर्चा होने लगी है. इसमें अभी तक रणबीर कपूर, कपिल शर्मा समेत करीब 15-16 सेलेब्रिटीज का नाम सामने आया है जो अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर हैं. रणबीर कपूर को इस मामले में जांच ने समन भी जारी किया है. इस ऐप को सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने मिलकर शुरू किया था. इन्होंने अपने सट्टेबाजी के गढ़ को धीरे-धीरे करके UAE को अपना गढ़ बना लिया.

कैसे जूस की दुकान चलाते-चलाते बना सट्टेबाजी का सौदागर

सौरभ चंद्रकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में ‘जूस फैक्ट्री’ के नाम जूस की दुकान चलाता था. इसके साथ-साथ उसे सट्टा खेलने का भी शौक था. पहले वह ऑफलाइन सट्टा खेलता था, लेकिन कोरोना के बाद से इसकी जिन्दगी ने एक अलग ही मोड़ ले लिया. जब लॉकडाउन में ऑफलाइन सट्टा कम हुआ तो इसने ऑनलाइन सट्टा खेलने की शुरुआत की और फिर यहीं से इसने सट्टेबाजी के लिए एक ऐप बनाने का फैसला किया. इसके बाद यहां उसका साथ देने के लिए रवि उप्पल की एंट्री होती है.

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ऐसे होती थी ठगी

सौरभ चंद्रकर और रवि उप्पल ने यहा से सट्टेबाजी के लिए एक ऐप बनाया जिसका नाम महादेव ऐप नाम दिया. धीरे-धीरे करके यह बाजार में तेजी से फैलने लगा. इस ऐप ‘महादेव ऐप’ के जरिए इसने सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ के लोगों को ही इसका शिकार बनाया. जब जांच एजेंसी ईडी इसके बारे में पता चला तो सभी हैरान रह गए. इस गेमिंग ऐप के बैंक खाते से पिछले एक साल में कुल 5000 करोड़ रुपये की लेन-देन की गई. यही नहीं, इस मामले में सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां भी छत्तीसगढ़ से ही हुई हैं.

बता दें कि इस ऑनलाइन ऐप की शुरुआत केवल 500 रुपये से होती है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस जाल में फंस सके. महादेव ऐप के जरिए चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस और फुटबॉल, पोकर, कार्ड गेम, आदि लाइव गेम में सट्टा लगाया जा सकता है.

– भारत एक्सप्रेस

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