मध्य प्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में बढ़ती नशाखोरी के खिलाफ गुरुवार की रात को सड़क पर उतरे बजरंग दल के कार्यकतार्ओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज मामले में थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है. साथ ही इस मामले की जांच एडीजी स्तर के अधिकारी से कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में संवाददाताओं से इंदौर की घटना पर चर्चा करते हुए कहा कि इंदौर में पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई की है. इंदौर में बजरंग दल के कार्यकतार्ओं के साथ दुर्व्यवहार के मामले की जांच एडीजे स्तर का अधिकारी करेगा. पूरे मामले में संबंधित टीआई को लाइन अटैच कर रहे हैं.
#WATCH मध्य प्रदेश: इंदौर में बीती रात हिंदू संगठन के एक कार्यकर्ता पर दर्ज़ आपराधिक मामले को लेकर इंदौर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल और विहिप कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
ADCP राजेश रघुवंशी ने कहा, “कुछ लोगों ने सड़क जाम कर दी थी और पुलिस पर पथराव भी किया… pic.twitter.com/05KQBCd2Cg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 16, 2023
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि इंदौर में बजरंग दल के कार्यकर्ता गुरुवार की रात को शहर में बढ़ती नशाखोरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और उन्होंने पलासिया क्षेत्र में चक्का जाम भी किया. पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को चक्का जाम खत्म करने को कहा, मगर उन्होंने पुलिस की एक नहीं सुनी. उसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक हटाने की कोशिश की और लाठियां भी चलाई, जिसमें कई बजरंग दल कार्यकतार्ओं को चोटें आई हैं.
धरना-प्रदर्शन की सूचना नहीं: पुलिस
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी तरह के आंदोलन, धरना-प्रदर्शन की सूचना नहीं दी गई थी, जब इन कार्यकतार्ओं ने सड़क जाम किया तो उन्हें समझाया गया और बाद में बल प्रयोग किया गया. पुलिस की कार्रवाई में कई बजरंग दल कार्यकतार्ओं को चोटें भी आई हैं. वहीं, गुस्साए कार्यकतार्ओं ने पथराव भी किया, जिसके चलते कई इलाकों में अफरा-तफरी की स्थिति रही.