भजनलाल शर्मा (फोटो ट्विटर)
Rajasthan CM: राजस्थान की जनता को अपना नया सीएम मिल गया है. भजनलाल शर्मा ने आज से प्रदेश के नए मुख्यमंत्री हो गए हैं. पीएम मोदी की उपस्थिति में राज्यपाल कलराज मिश्र ने उन्हें गोपनीयता की शपथ दिलाई. बीजेपी ने चुनाव जीतने के बाद काफी माथापच्ची की और काफी सोच-विचार कर ब्राह्मण चेहरे को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया. बीजेपी ने भजनलाल को सीएम बनाते ही सभी अटकलों को खारिज कर दिया. इसके साथ ही राजस्थान की जनता को करीब 33 सालों के बाद ब्राह्मण मुख्यमंत्री मिला है. भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया था.
बता दें कि भजनलाल शर्मा को बीजेपी ने सांगानेर सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक टिकट काटकर उन्हें मौका दिया था और वह पहली बार में ही विधायकी का चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बन गए.
आखिर सीएम क्यों चुने गए भजनलाल?
भलें ही उन्हें पहली बार विधायक का चुनाव लड़ने का मौका मिला हो, लेकिन पार्टी के संगठन में उनकी पकड़ मजबूत है. वह राजस्थान के प्रदेश महासचिव भी हैं. इससे पहले भी उन्होंने चार बार इस पद की जिम्मेदारी निभाई है. इसके साथ ही उनके संघ के नेताओं के साथ रिश्ते काफी करीबी हैं. उनको हमेशा से पार्टी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की तरफ से फायदा मिलता है. वह आरएसएस की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं.
ब्राह्मणों को साधने की कोशिश
बीजेपी ने भजनलाल शर्मा को सीएम बनाकर ब्राह्मणों को साधने की कोशिश की है. नए सीएम भी ब्राह्मण समाज से ही आते हैं. ऐसे में जाति रणनीति को देखते हुए बीजेपी ने यह फैसला लेकर सभी को हैरान कर दिया. बता दें कि राजस्थान में करीब 7 फीसदी आबादी स्वर्ण समाज की है. बीजेपी ने ब्राह्मण समाज से सीएम, क्षत्रिय और दलित समाज से दो डिप्टी सीएम भी बना दिए हैं. इस तरह बीजेपी ने जाति कार्ड अच्छी तरह से इस्तेमाल कर लिया.
कितनी है संपत्ति
अगर सीएम भजनलाल की बात की कुल संपत्ति की बात करें तो उनके पास कुल एक करोड़ 50 लाख रुपये की प्रॉपर्टी है. जिसमें से 43 लाख 60 हजार रुपये की चल संपत्ति है और एक करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. वहीं उन पर 46 लाख रुपये की देनदारियां भी हैं.
– भारत एक्सप्रेस
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