(फोटो IANS)
UP News: यूपी पुलिस की दो महिला सिपाहियों की ओर से लिंग परिवर्तन की अनुमति मांगे जाने के बाद कानूनी मंथन तेज हो चुका है. नियमानुसार तलाशा जा रहा है कि जेंडर डिस्फोरिया से ग्रसित लोगों को पुलिस बल में रहने की अनुमति दी जा सकती है. मध्य प्रदेश पुलिस में इसकी अनुमति दिए जाने के मामलों को यूपी पुलिस पढ़ेगी. मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में तैनात महिला सिपाही को लिंग परिवर्तन की सशर्त अनुमति दी जा चुकी है.
वहीं निवाड़ी में तैनात महिला सिपाही को भी इसकी अनुमति मिली थी. महाराष्ट्र में भी पुलिस कर्मी ने लिंग परिवर्तन की अनुमति मांगी थी लेकिन वहां फिलहाल अनुमति नहीं दी गई. अनुमति नहीं मिलने के बाद कोर्ट जाने पर महाराष्ट्र प्रशासनिक न्यायाधीकारण जाने की सलाह दी गई थी.
यूपी पुलिस ने मध्यप्रदेश पुलिस से साधा संपर्क
अब यूपी में इस तरह का मामला सामने आने पर यूपी पुलिस मुख्यालय ने मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से संपर्क साधा है. वहीं क़ानून के जानकारों से भी सलाह ली जा रही है. एक महिला आरक्षी गोरखपुर व दूसरी गोंडा में तैनात है. चूंकि दोनों हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटा चुकी हैं, इसलिए पुलिस भी सभी पहलुओं पर विचार-विमर्श कर रही है. अब दो महिला आरक्षियों के आवेदन ने पूरे महकमे को ही उलझाकर रख दिया है.
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अनुमति में फसेंगे कई पेंच
लिंग परिवर्तन की अनुमतिमांग रही महिला आरक्षी को पुरुष बनने की अनुमति दे दी जाए तो भर्ती के मानकों व सेवा नियमों को लेकर असमंजस की स्थिति आएगी. पुरुष सिपाही और महिला सिपाही की भर्ती के नियमो में अंतर है ऐसे में दोनों का कद कैसे बराबर होगा. डीजीपी मुख्यालय सभी पहलुओं पर विचार कर रही है. मध्य प्रदेश पुलिस के मानको का मंथन कर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
– भारत एक्सप्रेस
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