बिहार के सियासी घटनाक्रम और चुनावी भविष्य पर ओपनियन पोल
Bharat Express Opinion Poll on Bihar: इस साल के पहले महीने में बिहार में बड़ा सियासी खेला हो गया. नीतीश कुमार राजद का साथ छोड़कर वापस भाजपा के साथ आ गए. नीतीश की पार्टी जदयू के विधायकों ने भाजपा को समर्थन दिया और अपनी सत्ता बरकरार रखी. सोमवार, 12 फरवरी को नीतीश सरकार ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट भी पास कर लिया. सरकार के समर्थन में 129 वोट पड़े, दूसरी ओर विपक्ष में एक भी वोट नहीं पड़ा.
बिहार के इस सियासी घटनाक्रम के बीच भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क ने सर्वे एजेंसी Roadmap To Win के जरिए आमजन के बीच एक सर्वे आयोजित किया. लोगों से ‘फेस टू फेस’ और टेलिफोनिक माध्यम से कनेक्ट हुए. हजारों लोगों ने अपनी राय दी. उसके बाद आज इस सर्वे के रिजल्ट उजागर हो रहे हैं. यहां हम आपको सर्वे में शामिल सवालों को दिखाएंगे, साथ ही आप ग्राफिक्स में ये जान पाएंगे कि कितने पर्सेंट लोगों का क्या मत रहा.
- एक सवाल था — बिहार में बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन से किसे बड़ा फायदा होने जा रहा है?
- दूसरा सवाल था — बीजेपी और नीतीश का साथ आना क्या मजबूरी वाली सियासत है?
- तीसरा सवाल था— क्या नीतीश के एनडीए में शामिल होने से इंडिया गठबंधन कमजोर होगा?
- चौथा सवाल था— क्या बिहार में फिर से जेडीयू का एनडीए गठबंधन में आना सही है?
- पांचवा सवाल था- कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला क्या बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक है?
- छठा सवाल था- जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी का ऐक्शन भ्रष्टाचार पर चोट या सियासी टूल है?
- 7वां सवाल था- क्या मुस्लिम-यादव समीकरण की काट लव-कुश समीकरण है?
- 8वां सवाल था- बिहार में मौजूदा वक्त में सबसे मजबूत पार्टी कौन सी है?
- 9वां सवाल था- क्या राहुल गांधी की न्याय यात्रा से बिहार में कांग्रेस को फायदा होगा?
- 10वां सवाल था- लोकसभा चुनाव में बिहार में NDA और India गठबंधन में किसका पलड़ा भारी होगा?
- 11वां सवाल था- मौजूदा वक्त में बिहार की सियासत का सबसे बड़ा चेहरा कौन?
भारत एक्सप्रेस के यूट्यूब चैनल पर पोल का वीडियो देखिए —
ऐसे हुआ बिहार ओपनियन पोल
ये सर्वे 5 फरवरी से 11 फरवरी 2024 के बीच किया गया. सेंपल साइज 10231 रहा, यानी इतने लोगों ने इसमें हिस्सा लिया. हर तबके के लोग इसमें शामिल हुए…और निम्न आय से लेकर उच्च आय वर्ग की राय जानी गई. यह ओपनियन पोल बिहार के कुल 38 जिलों और 40 लोकसभा क्षेत्रों पर आधारित था. कॉन्फिडेंस लेवल 95 रहा. सर्वे टीम को सुनील मिश्रा ने निर्देशित किया.