सीएम अशोक गहलोत और गजेंद्र सिंह शिखावत
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं. जिसको लेकर बीजेपी प्रदेश में जन आक्रोश यात्रा निकाल रही है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने एक विवादित बयान दिया. उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) को राजनीति का रावण बता दिया. इस पर अब सियासत गरमा गयी है. इस मामले में उनके खिलाफ चित्तौड़गढ़ में मानहानि के आरोप में एफआईआर दर्ज करवाई गई है. स्थानीय कांग्रेस नेता सुरेंद्र सिंह जाड़ावत (Surendra singh jadawat) ने शेखावत के खिलाफ सदर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है. बता दें कि गुरुवार को शेखावत ने चित्तौड़गढ़ में बीजेपी की जन आक्रोश रैली (Jan Akrosh Rally) में अपने भाषण के आखिर में राजराज्य के लिए संकल्प लेने का आह्वान करते हुए सीएम गहलोत का ‘राजनीति का रावण’ बता दिया था.
कांग्रेस नेता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शेखावत के खिलाफ आईपीसी की धारा 500 (मानहानि), 295A (किसी भी वर्ग के धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य), 505 (ऐसे बयान देने वाले बयान) सहित आईपीसी की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की.
‘रावण को समाप्त करने के लिए भुजाएं उठाओ’
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने पुराने बस स्टैंड के पास सुभाष चौक पर एक सार्वजनिक स्थान पर एक बड़ी सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि “‘राजस्थान में राजनीति के इस रावण अशोक गहलोत को समाप्त करना चाहते हो तो भुजाएं उठाओ और राजस्थान में राम राज्य की स्थापना के लिए संकल्प कीजिए.”
कांग्रेस ने अपनी शिकायत में क्या कहा ?
शेखावत पर एफआईआर दर्ज कराने वाले कांग्रेस नेता जडावत ने अपनी शिकायत में कहा कि “सीएम के खिलाफ अनुचित बयान दिया गया है, जिससे कांग्रेस पार्टी से जुड़े कई लोगों का अपमान हुआ. उन्होंने आगे कहा कि शेखावत एक केंद्रीय मंत्री और एक निर्वाचित प्रतिनिधि थे, फिर भी उन्होंने कथित “व्यक्तिगत दुश्मनी” के चलते यह टिप्पणी की. उनकी टिप्पणी का उद्देश्य राज्य सरकार के खिलाफ धार्मिक उन्माद भड़काना था”.
रावण कहने पर सीएम गहलोत ने किया पलटवार
शेखावत के बयान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार करते हुए कहा था, “अगर मैं रावण हूं तो तुम राम बन जाओ और निवेशकों का पैसा लौटाओ.” अपने इस बयान के साथ गहलोत ने शेखावत की संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में कथित संलिप्तता की ओर इशारा किया था”.