मायावती (फोटो ट्विटर)
LokSabha Elections: 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्ताधारी बीजेपी को रोकने के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन में मायावती की पार्टी बसपा के भी शामिल होने खबरें चल रही हैं. लेकिन बसपा ने इसके लिए अलग ही शर्ते रखी हैं. बसपा सांसद मलूक नागर ने कहा कि अगर गठबंधन इंडिया मयावती को पीएम फेस के तौर पर पेश करता है तो बीजेपी को लगातार तीसरी बार सरकार बनाने से रोका जा सकता है. इतना ही नहीं बसपा सांसद ने इसके पीछे का तर्क भी बताया है. उन्होंने बताया कि मायवती देश की सबसे बड़ी दलित नेता है और उन्हें हर राज्य से समर्थन मिलता है.
इसके बाद मलूक नागर ने साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव का तर्क देते हुए कि उस समय बीजेपी को 41.3 प्रतिशत वोट मिले थे, वहीं गठबंधन में शामिल पार्टियों को लगभग 40 फीसदी वोट मिले. अगर इसमें बसपा भी शामिल हो जाए तो ये वोट प्रतिशत 50 फीसदी के पार चला जाएगा. इतना बीजेपी के लिए सत्ता से गायब होना काफी है.
‘कांग्रेस को मांफी मांगनी चाहिए’
बसपा नागर मलूक नागर ने कहा कि अगर गठबंधन इंडिया मायावती को पीएम उम्मीदवार बनाता है तो बीजेपी की भगवा ब्रिगेड द्वारा लुभाए गए दलित मतदाता भी वापस आ जाएंगे. इसके बाद उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उसको मांफी मांगनी चाहिए. साल 2018 में उसने हमारे मध्यप्रदेश और राजस्थान से विधायकों को हटा दिया था. उन्होने कहा कि हमारी नेता मायावती दोनों राज्यों में कांग्रेस द्वारा हटाए गए हमारे विधायकों के लिए मांफ कर देंगी. इसके अलावा गठंबधन इंडिया में अपनी सकारात्मक दृष्टिकोण रखेंगी.
यह भी पढ़ें- Video: Ram Mandir के बीच में लगेगी 600 किलो की घंटी, लिखा गया जय श्री राम, बजने पर आएगी ॐ की आवाज
कांग्रेस अध्यक्ष के बयान के बाद दी प्रतिक्रिया
बता दें कि बसपा सांसद का यह बयान यूपी में कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बयान के बाद आया है. उन्होंने कहा था कि देश में मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य और दलितों की स्थिति को देखते हुए, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती को गंभीरता से इंडिया गठबंधन में शामिल होने पर विचार करना चाहिए. इसके बाद बसपा सांसद ने भी अजय राय की बात से सहमत होते हुए अपना बयान दिया है, लेकिन उन्होंने एक ऐसी शर्त रखती है. जिसे शायद ही गठबंधन में मंजूर किया जाएगा.
– भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.