राहुल गांधी और उदयनिधि स्टालिन
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनावों की तैयारियों के मद्देनजर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की मुख्य पार्टी कांग्रेस ने अपनी तैयारियों में जुट गई है. कांग्रेस ने गठबंधन में अपनी सहयोगी दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) को अपने बयानों को लेकर सावधानी बरतने को कहा है. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, डीएमके के नेताओं की तरफ से दिए कुछ बयानों से कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचा है. पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस को हिंदी पट्टी वाले राज्यों में काफी नुकसान झेलना पड़ा है. कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि डीएमके अब भविष्य में सनातन और हिंदू धर्म पर बयान देते को लेकर सतर्कता बरते.
दरअसल चुनाव के दौरान तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दे दिया था. इससे कांग्रेस को हिंदी पट्टी में काफी नुकसान पहुंचा और उसके हाथ से छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी निकल गया. इसके चलते कांग्रेस ने डीएमके को कड़ी नसीहत दी है.
पीएम मोदी ने स्टालिन के बयान को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला
पांच राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी और पार्टी के अन्य नेताओं ने अपनी चुनावी सभाओं में स्टालिन के बयान को लेकर इंडिया गठबंधन और कांग्रेस पर हमला बोला. पीएम ने गठबंधन के सहयोगी दल के नेता के बयान को लेकर कांग्रेस पर खूब हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसे दलों की हिमायती है. स्टालिन के बयान पर कांग्रेस ने अपना किनारा कर लिया था. हालांकि फिर बीजेपी के प्रचार से उसे काफी नुकसान पहुंचा. पीएम मोदी ने कांग्रेस को सनातन धर्म और हिंदू धर्म के खिलाफ लगातार जहर उगलने वालों समर्थक बता दिया था.
दरअसल चुनावी विशेषज्ञों का मानना है कि स्टालिन के सनातन वाले बयान से कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचा. क्योंकि बीजेपी ने इसका जमकर लाभ उठाया और कांग्रेस हमला बोला.
DMK सांसद ने भी की थी टिप्पणी
हाल ही में शीतकालीन सत्र के दौरान एक और डीएमके सांसद सेंथिल कुमार हिंदू धर्म को लेकर टिप्पणी की थी. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बोला था कि बीजेपी के गौमूत्र वालों राज्यों में ही जीत हासिल करती है. हालांकि इस मुद्दे पर भी कांग्रेस ने चुप्पी साधे रखी, लेकिन मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की तरफ से उन्हें फिटकार जरुर लगाई गई.