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Adani Group से ग्रैंडमास्टर प्रगनानंद को मिला सपोर्ट, गौतम अडानी बोले- इनकी सफलता युवा भारतीयों के लिए प्रेरणा

देश का प्रतिनिधित्व करने और शीर्ष सम्मान प्राप्त करने के महत्व पर जोर देते हुए, अडानी ग्रुप ने सफलता की यात्रा में एथलीटों के लिए अपना समर्पित समर्थन दोहराया है.

gautam adani

अदाणी ग्रुप ने ग्रैंडमास्टर प्रग्गनानंद का सपोर्ट किया

India News: भारत के उभरते हुए शतरंज खिलाड़ियों में से एक 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर आर प्रगनानंद के करियर को अडानी ग्रुप से सहयोग मिलेगा. अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी की प्रगनानंद से एक मुलाकात हुई, जिसके उपरांत उन्होंने प्रगनानंद को भरोसा देते हुए कहा कि अडानी ग्रुप खिलाड़ियों को सपोर्ट करने के लिए प्रतिबद्ध है क्योंकि वह भारत को गौरव दिलाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं.

युवा शतरंज खिलाड़ी से मुलाकात के बाद, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा, “हमें गतिशील प्रगनानंद का समर्थन करने पर बेहद गर्व है. जिस गति और दक्षता के साथ उन्होंने खेल में प्रगति की है, वह वास्तव में अद्भुत है और यकीनन सभी भारतीयों के लिए एक उदाहरण है. देश का प्रतिनिधित्व करने और उच्चतम स्तर पर सम्मान जीतने से ज्यादा महान कुछ भी नहीं है और अडानी ग्रुप इस यात्रा में एथलीटों का सपोर्ट करने के लिए पूरे दिल से समर्पित है.”

प्रगनानंद ने कहा, “मैं यह सुनिश्चित करने के लिए बेहद उत्सुक हूँ कि मेरा देश वैश्विक मंच पर अच्छा प्रदर्शन करे. मैं जब भी खेलता हूँ, तो मेरा एकमात्र लक्ष्य देश के लिए और अधिक सम्मान जीतना होता है. मैं अडानी ग्रुप को मेरी क्षमताओं पर भरोसा करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ.”

वर्ष 2023 में, वे विश्व कप फाइनल में पहुँचने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के शतरंज खिलाड़ी बन गए और विश्वनाथन आनंद के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय बने. वर्ष 2022 में, शर्मीले और मृदुभाषी इस किशोर ने मैग्नस कार्लसन को कई बार हराकर शतरंज की दुनिया में सुर्खियाँ बटोरीं और भारत की प्रगति को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया. चेन्नई के रहने वाले प्रगनानंद को गणित विषय से बहुत प्रेम है और टीवी देखने और तमिल संगीत सुनने से उन्हें काफी सुकून मिलता है. उन्होंने वर्ष 2023 में हांग्जो एशियाई खेलों में रजत पदक भी जीता था.

प्रगनानंद ने 5 साल की उम्र में खेलना शुरू कर दिया था. वहीं, वर्ष 2018 में महज 12 साल की उम्र में वे भारत के सबसे युवा और तत्कालीन दुनिया के दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बन गए थे. वे अभिमन्यु मिश्रा, सर्गेई कारजाकिन, गुकेश डी और जावोखिर सिंदारोव के बाद ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल करने वाले पाँचवें सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. संयोग से, उनकी बड़ी बहन आर. वैशाली भी एक ग्रैंडमास्टर हैं. यह बात इन दोनों भाई-बहन को दुनिया की पहली भाई-बहन जीएम जोड़ी बनाती है.

अदाणी ग्रुप ने अपनी प्रमुख #GarvHai पहल के माध्यम से मुक्केबाजी, कुश्ती, टेनिस, भाला फेंक, शूटिंग, रनिंग, शॉटपुट, ब्रिस्क वाकिंग और तीरंदाजी जैसे खेलों में 28 प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का सपोर्ट किया है. लाभान्वित होने वालों में राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता पहलवान रवि कुमार दहिया, दीपक पुनिया और मुक्केबाज अमित पंघाल भी शामिल हैं. दहिया और पुनिया ने 2020 में टोक्यो ओलंपिक 2020 और 2023 एशियाई खेलों में भी रजत पदक हासिल किए हैं.

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