द ओशन क्लीनअप प्रोजेक्ट से नदियों की सफाई हो रही है.
The Ocean Cleanup Mission: ब्रह्मांड में असंख्य गैलेक्सी हैं, जिनमें किसी आकाशगंगा (Milky Way) के छोर पर हमारा सौरमंडल है. इस सौरमंडल के 9 ग्रहों में से एक है- पृथ्वी, जहां मानव समेत 84 लाख प्रकार की योनियां अर्थात जीव-जगत है. चाहे ज्ञान के भंडार पौराणिक ग्रंथ हों या आधुनिक विज्ञान (Science), दोनों तरह के विद्वान मानते हैं कि पृथ्वी ब्रह्मांड में अकेला ऐसा ग्रह है जहां जीवन है; आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी…सभी पंच तत्वों का मेल है.
पृथ्वी पर 70% हिस्सा जलीय है, महज 30% भूमि है..मगर इसके बावजूद इसी दुनिया में लाखों-करोड़ों लोग पेयजल को तरसते हैं. हमारे यहां कहीं स्वच्छ जल व्यर्थ बहता रहता है, वहीं कुछ जगहों पर प्राणियों को दूषित पानी भी नसीब नहीं होता. इंसान हों या जानवर..स्वच्छ पेयजल तो सबको चाहिए. हालांकि, जल को स्वच्छ रखने वाले प्रयास हर कोई नहीं करता, कदापि नहीं करता. यूएन की संस्था और कुछ एनजीओ का आंकलन है कि समुद्र में लगातार कचरा बढ़ रहा है, ये कचरा मानव-बस्तियों से निकलकर नदियों के माध्यम से समुद्र में जाता है.
पृथ्वी पर जल स्वच्छ रहे, इसलिए तत्पर है द ओशन क्लीनअप
बरसात के मौसम के दौरान नदियों में कचरे की भरमार हो जाती है, ऐसी समस्या से निपटने के लिए दुनिया में एक प्रभावी संस्था है- द ओशन क्लीनअप (The ocean cleanup), जिससे कई तरह की तकनीक के जरिए नदियों-तालाबों व समुद्र तटों की सफाई की जा रही है. द ओशन क्लीनअप के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि नदियाँ समुद्र में प्लास्टिक-प्रदूषण का मुख्य स्रोत हैं. वे ऐसी धमनियाँ हैं जो अपशिष्ट पदार्थों को भूमि से बहाकर समुद्र तक ले जाती हैं.
दुनिया की 1000 नदियों से फैल रहा 80% रिवर प्लास्टिक
द ओशन क्लीनअप के शोध के अनुसार, 1000 नदियाँ लगभग 80% रिवर पॉल्यूशन के लिए जिम्मेदार हैं. वैसे तो संसार में हजारों नदियां बहती हैं, लेकिन करीब 1 हजार नदियां ऐसी हैं, जिनसे गंदगी बड़ी मात्रा में समुद्र में पहुंचती है. द ओशन क्लीनअप अपने खास ‘इंटरसेप्टर्स’ की मदद से नदियों की सफाई करने का प्रयास कर रही है.
अपने अभियान के तहत मई 2023 के अंत में ग्वाटेमाला के रियो लास वाकास में उन्होंने परीक्षण के लिए इंटरसेप्टर बैरिकेड स्थापित किया था. उनके इंटरसेप्टर बैरिकेड में दो बूम होते हैं: पहला- अपस्ट्रीम और दूसरा डाउनस्ट्रीम. एक अपस्ट्रीम दबाव बनाकर अपशिष्ट को खींच लेती है, वहीं दूसरी छलनी की तरह पानी से कचरा अलग कर देती है. यह प्लास्टिक निष्कर्षण के लिए सबसे उपयुक्त और प्रभावी उपाय माना जाता है.
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Watch this system clean millions of pounds of trash from rivers. #gigadgets #plasticpollution #cleanup #plasticwaste #flooding pic.twitter.com/JNjJbhnV8k
— GiGadgets (@gigadgets_) October 20, 2023
8 देशों में 15 इंटरसेप्टर तैनात, 2025 तक बड़ा अभियान
द ओशन क्लीनअप के वर्तमान में 8 देशों में 15 इंटरसेप्टर तैनात हैं. जो लोग द ओशन क्लीनअप के बारे में अधिक जानने या उनका सहयोग करने के इच्छुक हैं, वे Theoceancleanup.com पर विजिट कर सकते हैं.
समुद्र के पानी को साफ रखने के लिए इस संस्था का 2025 तक 1000 नदियों पर इंटरसेप्टर सिस्टम लगाने का लक्ष्य है.
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