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मोजों पर प्रिंट किया गया ‘अल्लाह’ शब्द, मलेशियाई स्‍टोर के खिलाफ प्रदर्शन शुरू, मुस्लिम बोले- ये इस्लाम का अपमान

Malaysia-kk-mart-allah-socks: मौलानाओं का कहना है कि हमारे लिए ‘अल्लाह’ शब्द बहुत आदरणीय है. अल्लाह ने ही सारी कायनात बनाई है, तो इस पवित्र शब्द को मोजों पर छाप देना मुसलमानों का अपमान है.

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मलेशियाई कन्वेंस स्टोर के मोजों पर लिखा देखा गया 'अल्लाह' शब्द, जिससे मुस्लिम नाराज हो गए

Malaysia news: इस्‍लाम आबादी के लिहाज से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मजहब है, जिसके लगभग 2 अरब अनुयायी हैं. हालांकि, इस्‍लाम के नाम पर पूरब से लेकर पश्चिमी देशों तक कोई न कोई विवाद होता रहता है. अब दक्षिण एशियाई देश मलेशिया में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिससे वहां मुस्लिम समुदाय सड़कों पर उतर रहा है.

एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, जूते-मोजे वाले एक मलेशियाई स्टोर के मालिकों-आपूर्तिकर्ताओं पर मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया, वहां अलमारियों पर बिक्री के लिए “अल्लाह” शब्द लिखे मोज़े पाए गए थे. मलेशिया में केके मार्ट ग्रुप के संस्थापक और अध्यक्ष चाई की कान और उनकी पत्नी लोह सीव मुई, जो कंपनी की निदेशक हैं, ने जान-बूझकर मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोपों से खुद का बचाव किया है. उनकी कंपनी ने अपने आपूर्तिकर्ता पर उन उत्पादों को भेजने का आरोप लगाया है, जिनके स्टॉक के लिए कंपनी सहमत नहीं थी.

बता दें कि मलेशिया में मजहब एक बड़ा संवेदनशील मुद्दा है, जहां 34 मिलियन की आबादी में दो-तिहाई मुस्लिम हैं, जिनमें बड़ी संख्या में जातीय चीनी और भारतीय मुसलमान हैं. “अल्लाह” मुस्लिमों में ईश्वर के लिए एक अरबी शब्द है, और मलेशियाई मुसलमानों को इस शब्द को पैरों से जोड़ना अपमानजनक लगता है.

“अल्लाह” शब्द को मोजों में इस्‍तेमाल करना अपमानजनक

इस महीने की शुरुआत में मजहबी मामलों के मंत्री मोहम्मद नईम मोख्तार ने कहा था, “मुसलमानों की नजर में ‘अल्लाह’ शब्द बहुत आदरणीय है. अल्लाह ने ही सारी कायनात बनाई है”. उन्‍होंने कहा कि “अल्लाह” शब्द को मोजों पर छाप देना हमारा अपमान है. कुछ ऐसी ही बात मलाया यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ इस्लामी व्याख्याता अलवानी ग़ज़ाली ने रेडियो स्टेशन बीएफएम से कही कि “अल्लाह” शब्द को मोजो में इस्‍तेमाल करना अपमानजनक है, क्योंकि मोजे तो पैरों में नीचे पहने जाते हैं.

इस्लामी व्याख्याता अलवानी ग़ज़ाली ने कहा, “मोज़ों से बदबू आती है, क्या कोई पूरे दिन अपने मोज़ों को इस्तेमाल करने के बाद उन्हें सूंघकर खुश होगा?” उन्‍होंने कहा, “एक मुस्लिम के रूप में, मुझे लगता है कि यह अनुचित है और यह (मुद्दा) एक बड़ी बात है. हम तो ऐसे कृत्य से कतईं राजी नहीं हो सकते.”

मोज़े की कंपनी ने सफाई में कहा- हमारे विरोधी ने ऐसा किया

दूसरी ओर, मोज़े उपलब्ध कराने वाले आपूर्तिकर्ता के संस्थापक, शिन जियान चांग, ​​साथ ही उनकी पत्नी और बेटी, जो निदेशक हैं, पर भी अपराध को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था. शिन जियान चांग ने कहा है कि मोज़े एक बड़े शिपमेंट के हिस्से के रूप में चीन से आयात किए गए थे और उनके निरीक्षण में लापरवाही बरतने के लिए माफ़ी मांगी गई है.

खबरें आ रही हैं कि दोषी पाए जाने पर सभी पांचों प्रतिवादियों को एक साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ सकता है.

केके मार्ट की तीन दुकानों पर “अल्लाह” शब्‍द वाले मोजे मिले

केके मार्ट 24 घंटे चलने वाली एक प्रमुख चेन है, जिसमें घरेलू स्तर पर 810 स्टोर और लगभग 5,000 कर्मचारी हैं. इसके नेपाल और भारत में भी आउटलेट हैं. केके मार्ट के मालिक चाई ने कहा है कि जिन मोजों को लेकर विवाद खड़ा हुआ है, वे मोज़े शिन जियान चांग द्वारा अलमारियों में रखे गए थे, उन्होंने बताया कि केके मार्ट की तीन दुकानों की अलमारियों पर “अल्लाह” शब्‍द वाले केवल 14 जोड़ी मोज़े पाए गए.

सत्‍तारूढ़ पार्टी ने किया केके मार्ट के बहिष्कार का आह्वान

केके मार्ट ने चेन की प्रतिष्ठा को हुए नुकसान और क्षति के लिए “तोड़फोड़” के लिए शिन जियान चांग पर मुकदमा दायर किया है, कथित तौर पर यह दावा करते हुए कि वह आपूर्तिकर्ता से मोज़े स्टॉक करने के लिए सहमत नहीं थी. लेकिन मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के गठबंधन में शामिल एक मलय राजनीतिक दल ने बार-बार केके मार्ट के बहिष्कार का आह्वान किया है. अनवर ने कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया है, लेकिन जनता से भी इस मुद्दे को ज्यादा तूल न देने और आगे बढ़ने का आग्रह किया है.

इस्लाम के अपमान पर 2 लोगों को जेल की सजा सुनाई गई

मलेशिया के नए किंग, सुल्तान इब्राहिम इस्कंदर ने इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया है, और चेतावनी दी है कि यह नस्लीय सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकता है. इस मुद्दे पर ऑनलाइन असंवेदनशील टिप्पणियां करने वाले दो लोगों पर भी आरोप लगाए गए हैं, उन्हें इस्लाम का अपमान करने के लिए जेल की सजा सुनाई गई है और जुर्माना लगाया गया है.

— भारत एक्सप्रेस

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