रवि किशन-फोटो सोशल मीडिया
UP Politics: भाजपा द्वारा मध्य प्रदेश में मोहन यादव का नाम मुख्यमंत्री के रूप में आगे करने के बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्म है. जहां एक ओर भाजपा ने मोहन यादव को सीएम का चेहरा बनाकर यादव समाज को साधने की कोशिश की है तो वहीं अब लगातार यादवों के वोट पर अपना अधिकार जमाने वाले सपा मुखिया अखिलेश यादव व बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भाजपा नेता लगातार निशाना साध रहे है.
ताजा हमला गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन ने साधा है और सपा मुखिया अखिलेश यादव और बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए कहा है कि, “मध्य प्रदेश के उस समाज को बधाई जिस समाज को काफी समय से वंचित रखा गया था. प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बहुत बड़ा संदेश दिया है, जिसको लोग समझ नहीं पाए हैं. मुलायम सिंह यादव को समाज ने मुख्यमंत्री बनाया लेकिन उन्होंने किसको बनाया अपने बेटे अखिलेश यादव को. लालू यादव को भी समाज ने सीएम बनाया लेकिन उन्होंने अपने बेटे को बनाया लेकिन पीएम मोदी ने समाज से जुड़े हुए व्यक्ति मोहन यादव को सीएम बनाया.” बता दें कि वर्तमान में मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए हैं. इस सीट से मोहन यादव लगातार तीसरी बार विधायक बने हैं. अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाले मोहन यादव राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भी करीबी हैं. राजनीति की शुरुआत उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी. मोहन यादव लंबे समय से मध्य प्रदेश की सियासत में सक्रिय है. अगर उनके राजनीतिक सफर पर गौर किया जाए तो वह 1982 में उज्जैन के माधव विज्ञान महाविद्यालय के सह सचिव चुने गए थे और 1984 में छात्रसंघ के अध्यक्ष बने थे.
ये भी पढ़ें- “मध्य प्रदेश की बहनों ने आपको चुना है भैया, कहीं नहीं जाने देंगे”, शिवराज से लिपटकर रोने लगीं महिलाएं, देखें Video
गूगल में किया जा रहा है सर्च
पत्रकारों से बात करते हुए रवि किशन ने आगे कहा, “ये नाम किसी ने नहीं सोचा था जो आज चर्चा का विषय बन गया है. लोग गूगल पर उनके बारे में सर्च कर रहे हैं. पूरे यादव समाज में इतना बड़ा संदेश गया है.” तो वहीं बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि, “बीजेपी कैडर बेस संगठन है जहां पर किसी भी कार्यकर्ता को दायित्व सौंपा जा सकता है. ये कोई एक परिवार का दल नहीं है, किसी जाति का समूह नहीं है. जो जाति आधारित दल हैं उन सभी के पेट में दर्द हो रहा है.” उन्होंने आगे कहा कि, चाहे छत्तीसगढ़ हो या मध्य प्रदेश दोनों ही जगह पर सामान्य कार्यकर्ता को दायित्व सौंपा गया है और इससे विपक्षी दलों के पेट में जरूर दर्द हो रहा है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.