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Cash For Query: TMC सांसद महुआ मोइत्रा के मानहानि मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट में होगी सुनवाई, बोलीं- मेरे खिलाफ आरोप झूठे और मानहानिकारक

Trinamool Congress MP Mahua Moitra: एक ओर जहां संसद में महुआ मोइत्रा को ‘रिश्वत लेकर सवाल पूछने’ के आरोप में निष्कासित करने की सिफारिश की गई है. वहीं, दूसरी ओर से हाईकोर्ट में उनकी ओर से लगाए गए आरोपों पर सुनवाई होनी है.

महुआ मोइत्रा

महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)

Mahua Moitra News: तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम नहीं हो रहीं. कैश-फॉर-क्वेरी विवाद के संबंध में आज दिल्ली हाईकोर्ट ने मोइत्रा के मानहानि मामले में सुनवाई को 11 दिसंबर के लिए फिर से अधिसूचित किया है. महुआ मोइत्रा का कहना है कि मेरे खिलाफ झूठे और मानहानिकारक आरोप लगाए गए थे.

न्‍यूज एजेंसी के मुताबिक, आज मंगलवार को कोर्ट को अवगत कराया गया कि वादी के खिलाफ कथित रूप से पोस्ट करने के लिए प्रतिवादियों में से एक के खिलाफ अंतरिम राहत के लिए एक आवेदन दायर किया गया है. एक वकील ने कहा कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय देहाद्राई के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा के मानहानि मामले को हाईकोर्ट में मंगलवार को फिर से अधिसूचित किया गया. बताया जाता है कि जब दुबे और देहाद्राई द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उन पर काफी हमले किए गए, तब न्यायमूर्ति सचिन दत्ता ने महुआ के वकील को एक संशोधित याचिका दायर करने की अनुमति दी. कोर्ट ने अक्टूबर में वकील से पक्षों का संशोधित ज्ञापन दाखिल करने को कहा था और मामले को मंगलवार के लिए फिर से अधिसूचित किया था.

Nishikant Dubey on  Mahua Moitra

महुआ ने दुबे, देहाद्राई, 15 मीडिया समूहों पर लगाए आरोप

पिछली बार महुआ मोइत्रा ने कोर्ट से कहा था कि वह अपने मानहानि मुकदमे में इस बिंदु पर विभिन्न मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के खिलाफ अंतरिम आवेदन पर दबाव नहीं डालना चाहती हैं. महुआ ने दुबे, देहाद्राई, 15 मीडिया संगठनों और तीन सोशल मीडिया मध्यस्थों के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट का रूख किया था, क्योंकि उन्होंने अपने खिलाफ झूठे और मानहानिकारक आरोप लगाए थे. दुबे के वकील अभिमन्यु भंडारी ने पहले तर्क दिया था कि मोइत्रा ने झूठी गवाही दी है और उन्होंने अपने संसद लॉगिन क्रेडेंशियल भी साझा किए हैं.

कैसे सामने आया मानहानि का मुकदमा?

कोर्ट के समक्ष मानहानि का मुकदमा तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा दुबे, देहाद्राई और कई मीडिया आउटलेट्स को कानूनी नोटिस जारी करने के बाद आया, जिसमें उन्होंने किसी भी गलत काम से इनकार किया था. वहीं, 5 दिसंबर यानी कि मंगलवार को ही ये खबर भी आई कि महुआ मोइत्रा पर जल्‍द एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश हो सकती है.

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समझिए क्‍या है कैश-फॉर-क्वेरी विवाद ?

कुद माह पहले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि मोइत्रा ने संसद में सवाल उठाने के बदले में रिश्‍वत ली थी. महुआ ने कथित तौर पर देहाद्राई के खिलाफ 24 मार्च और 23 सितंबर को दो पुलिस शिकायतें दर्ज की थीं और बाद में समझौता वार्ता के कारण उन्हें वापस ले लिया गया था. वहीं, महुआ की ओर से कहा गया कि दुबे ने तत्काल राजनीतिक लाभ के लिए लोकसभा अध्यक्ष को भेजे गए पत्र में निहित झूठे और अपमानजनक आरोपों को दोहराया. महुआ की ओर से कानूनी नोटिस में दावा किया गया कि दुबे और देहाद्राई दोनों अपने व्यक्तिगत और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए महुआ की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं.

— भारत एक्सप्रेस



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