इकबाल अंसारी
Ayodhya: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारियां जोरों से चल रही हैं. इस इकबाल अंसारी बड़ा ने बयान दिया है. उन्होंने कि अगर राम मंदिर उद्घाट का न्योता मिलता है तो वह जरुर जाएंगे. अयोध्या में अब हिंदू-मुस्लिमों में झगड़ा नहीं हैं. दरअसल अंसारी यह काफी मायने रखता है. क्योंकि अयोध्या के श्रीराम मंदिर और विवादित बाबरी मस्जिद मामला जब से सुप्रीम कोर्ट में शुरू हुआ तब से इकबाल अंसारी की नजर उन पर थी. वह बाबरी मस्जिद के पक्षकार थे. हाशिम अंसारी के निधन के बाद उनके बेटे इकबाल अंसारी इस मामले को कोर्ट लेकर गए.
वहीं जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में रोड शो किया था तो उन्होंने उनका फूल बरसा कर स्वागत किया थ. अब इकबाल अंसारी की भूमिका पूरी तरह से बदल गई है. उन्होंने एक निजी चैनल से बात करते हुए बड़ी बातें कही हैं.
अयोध्या में अब कोई हिंदू-मुस्लिम झगड़ा नहीं है.
इकबाल अंसारी ने कहा कि अगर हमें राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिलेगा तो हम जाएंगे. अयोध्या में अब कोई हिंदू-मुस्लिम झगड़ा नहीं है. हमने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार कर लिया है. अयोध्या का नागरिक होने के नाते मुझे भी गर्व है कि अयोध्या में राम मंदिर बनकर खड़ा है. अयोध्या में कभी हिंदू, मुस्लिम दंगे नहीं होंगे. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया और अयोध्या में मंदिर खड़ा हो गया. बाबरी समर्थक इकबाल अंसारी ने कहा, ”हमारे लिए यह मामला खत्म हो गया है.”
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पीएम मोदी के नेतृत्व में हुआ विकास
अंसारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि अयोध्या का अच्छा विकास हुआ है. अयोध्या में एक छोटा सा रेलवे स्टेशन था. अब यह तीन मंजिला भव्य स्टेशन बन गया है. अयोध्या में कोई हवाई अड्डा नहीं था. अब एयरपोर्ट बन गया है. अयोध्या में सभी बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देन हैं. इसी के चलते जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला मेरे घर के सामने से गुजरा तो मैंने फूल फेंककर उनका स्वागत किया.
– भारत एक्सप्रेस
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