घटनास्थल पहुंचे केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी
Uttarkashi: सिलक्यारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। पहली प्राथमिकता टनल में फंसे लोगों की जिंदगी बचाने की है। केंद्रीय सड़क व भूतल मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तरकाशी पहुंचकर रेस्क्यू आपरेशन का स्थलीय निरीक्षण किया। अधिकारियों से चर्चा के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि देश-विदेश के सभी टनल एक्सपर्ट के सुझावों के अनुसार हर विकल्प पर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि टनल में फंसे लोगों की जिंदगी बचाने के लिए चल रहे रेस्क्यू आपरेशन के बारे में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि टनल का टैरिन कहीं पर साफ्ट और कहीं पर ठोस है। इसके कारण रेस्क्यू आपरेशन में भी परेशानी हो रही है। अभी तक देश-विदेश की बड़ी कंपनियों के विशेषज्ञों के सभी सुझावों पर कार्य किया जा रहा है।
गडकरी ने कहा कि आगर मशीन पहले साफ्ट रॉक पर काम कर रही थी। लेकिन अचानक मशीन की ड्रिलिंग के सामने हार्ड रॉक आ गया। जिसके कारण ड्रिलिंग रोक दी गई। लेकिन अब विशेषज्ञों ने उसका रास्ता निकाल लिया है। दूसरी आगर मशीन भी वहां उपलब्ध करा दी गई है। एक सवाल पर गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड में स्थित पहाड़ों की भूगर्भीय स्थिति काफी अलग-अलग है। इसके कारण ज्यादा समस्या आ रही है। उन्होंने उम्मीद की है कि जल्द ही सभी फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने में रेस्क्यू टीम सफल होगी। फंसे हुए लोगों को खाना पहुंचाने के लिए एक और पाइप लगाया जा रहा है.
केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी नेे सिलक्यारा सुरंग का स्थलीय निरीक्षण कर सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू अभियान की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश व दुनिया में उपलब्ध श्रेष्ठतम विशेषज्ञों का लाभ उठाकर सुरंग में फंसे लोगोें को निकालने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने रेस्क्यू अभियान में जुटे संगठनों और अधिकारियों को अधिकतम तैयारी और आवश्यक संसाधनों का समय रहते मुकम्मल इंतजाम करने की हिदायत देते हुए कहा कि रेस्क्यू के हर विकल्प पर उच्च क्षमता व तत्परता के साथ काम किया जाय।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ सिलक्यारा का दौरा कर सुरंग के भीतर जाकर घटनास्थल का जायजा लिया और सुरंग परियोजना व रेस्क्यू अभियान में जुटे लोगों से इस हादसे व बचाव अभियान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सुरंग में फंसे श्रमिकों के परिजनों से भी मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी ताकत और शिद्दत से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। रेस्क्यू अभियान में शुरूआती दौर में आई कठिनाईयों को देखते हुए अब हर संभव विकल्पों पर एक साथ काम शुरू कर दिया गया है।