पश्चिम एशियाई देश लेबनान में इजराइल ने चरमपंथी इस्लामिक संगठन हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को मार गिराया. इस घटना के बाद वहां तनाव चरम पर पहुंच गया है. अपने पहले स्टेटमेंट में इजराइली PM नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि इजराइल कहीं भी पहुंच सकता है. वहीं ईरान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है.
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का भी बयान आया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस घटना को “न्याय का एक उपाय” करार दिया.
बाइडेन ने कहा, “हसन नसरल्लाह और उनके नेतृत्व वाला आतंकवादी समूह, हिजबुल्लाह, चार दशक तक आतंक मचाते रहे. वे सैकड़ों अमेरिकियों की हत्या के लिए जिम्मेदार थे. इजरायली हवाई हमले में नसरल्लाह की मौत बहुत-से पीड़ितों के लिए न्याय का एक उपाय है, जिनमें हजारों अमेरिकी, इजरायली और लेबनानी नागरिक शामिल हैं.”
इजरायल ने नसरल्लाह को इसलिए मारा
नसरल्लाह की मौत एक तीव्र संघर्ष के बीच हुई है, जो हमास के 7 अक्टूबर, 2023 को इजरायल पर हुए घातक हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी. उस हमले के अगले दिन, नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह को इजरायल के विरुद्ध हमास का साथ देने के लिए जंग में उतार दिया था. जिससे इजरायल के खिलाफ “उत्तरी मोर्चा” भी खुल गया था.
हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर गिराए थे 15 बम
अब न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि नसरल्लाह को मारने के लिए 27 सितंबर को इजराइल ने 8 लड़ाकू विमान भेजे थे. उन विमानों के जरिए हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 2 हजार पाउंड के 15 बम गिराए गए थे. इन बमों को बंकर बस्टर भी कहा जाता है. ये बम लोकेशन पर अंडरग्राउंड तक घुसकर विस्फोट करने में सक्षम होते हैं.
— भारत एक्सप्रेस
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