पीएम मोदी और राहुल गांधी का चुनावी अभियान।
Rahul Gandhi Vs PM Modi Speech in Election 2024: लोकसभा चुनाव—2024 के मद्देनजर सियासी दलों के स्टार प्रचारक अपने अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. अपने भाषणों में वे कभी आरक्षण तो कभी नौकरी या बेरोजगारी का मुद्दा उछालते हैं तो कभी भ्रष्टाचार तथा गुड गवर्नेंस की बातें करते हैं.
तूफानी बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप के बीच कुछ नेता ऐसे भाषण देते हैं, जिनकी बातों में कोई सच्चाई नहीं होती. सोशल मीडिया पर ‘The Pamphlet’ नाम के ट्विटर हैंडिल पर ऐसे ही कई बयानों के वीडियो शेयर किए गए हैं, जिन्हें Fake News और Disinformation करार दिया गया है.
‘द पैम्फलेट’ ने आज राहुल गांधी के चुनावी अभियान को लक्षित कर उनकी स्पीच के वीडियो क्लिप X.com पर शेयर किए और यह बताया कि वे किस तरह भाजपा नेताओं के विरुद्ध गलत-बयानी कर रहे हैं. द पैम्फलेट ने बीते रोज यानी कि मंगलवार 30 अप्रैल, 2024 को भिंड (मध्यप्रदेश) में हुई राहुल गाँधी की चुनावी रैली को सैंपल के तौर पर लिया. आप भी देखिए कांग्रेस के सिपहसालार राहुल गांधी के बयान और सत्तारूढ़ BJP के नेताओं (विशेषकर पीएम मोदी) द्वारा बोली गई बातों के वीडियो —
ये वीडियो ‘द पैम्फलेट’ द्वारा पोस्ट किए गए हैं—
झूठ 1: ‘अमित शाह ने कहा है कि जीतने पर संविधान खत्म कर देंगे’
तथ्य: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐसा कभी नहीं कहा, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी का संविधान के मुद्दे पर स्पष्ट कहना है कि बाबा साहेब अंबेडकर यदि खुद आ जाएं तो भी संविधान खत्म नहीं कर सकते हैं.
झूठ नंबर 1: ‘अमित शाह ने कहा है कि जीतने पर संविधान खत्म कर देंगे’
तथ्य: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐसा कभी नहीं कहा, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी का संविधान के मुद्दे पर स्पष्ट कहना है कि 👇 pic.twitter.com/MOHqCaRwZt
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झूठ 2: ‘राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सिर्फ अमीर लोग थे लेकिन गरीब मजदूर नहीं थे’
तथ्य: मजदूर भी थे और प्रधानमंत्री ने उन पर पुष्पवर्षा भी की थी.
झूठ नंबर 2: ‘राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सिर्फ अमीर लोग थे लेकिन गरीब मजदूर नहीं थे’
तथ्य: मजदूर भी थे और प्रधानमंत्री ने उन पर पुष्पवर्षा भी की थी pic.twitter.com/22LlN1P6ZU
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झूठ 3: ‘राष्ट्रपति आदिवासी हैं, इसलिए उन्हें प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया’
तथ्य: राष्ट्रपति को न्योता दिया गया था…. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बयान जारी किया है.
झूठ नंबर 3: ‘राष्ट्रपति आदिवासी हैं, इसलिए उन्हें प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया’
तथ्य: राष्ट्रपति को न्योता दिया गया था…. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बयान जारी किया है pic.twitter.com/jJRx8NeXeV
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झूठ 4: केंद्र सरकार ने हर क्षेत्र में अडानी को काम दिया है.
तथ्य:- UPA के शासन काल में अडानी समूह का ग्रोथ रेट शानदार रहा और कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी अडानी समूह का भारी निवेश रहा है.
झूठ नंबर 4: केंद्र सरकार ने हर क्षेत्र में अडानी को काम दिया है
तथ्य: -UPA शासन काल में अडानी समूह का ग्रोथ रेट शानदार रहा
और कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी अडानी समूह का भारी निवेश रहा है pic.twitter.com/a0PKVsTsOE— The Pamphlet (@Pamphlet_in) May 1, 2024
झूठ 5: प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को आतंकवादी कहा.
तथ्य: प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को कभी आतंकवादी नहीं कहा, बल्कि उन्होंने ये बताया कि भाजपा सरकार के 9 वर्षों में किसानों की हालत में सुधार हुआ है. आज करोड़ों छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिलता है. अब कोई बिचौलिया नहीं, कोई फर्जी लाभार्थी नहीं. बीते 4 वर्षों में इस योजना के तहत ढाई लाख करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे गए हैं.
झूठ नंबर 5: प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को आतंकवादी कहा
तथ्य: प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को कभी आतंकवादी नहीं कहा बल्कि देश के छोटे किसानों के लिए क्या किया, वो आप स्वयं इस वीडियो में सुन सकते हैं 👇 pic.twitter.com/4ivjHqoeE0
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झूठ 6: भारत में बेरोजगारी 45 वर्ष के अधिकतम स्तर पर है
तथ्य: पिछले कुछ वर्षों में नौकरियों में वृद्धि और बेरोजगारी दर में गिरावट (EPFO, PLFS, RBI, नेशनल करियर सर्विसेज और केंद्र सरकार की विभिन्न नौकरी-केंद्रित योजनाओं के डेटा) का आंकड़ा इस वीडियो में देखिए.
झूठ नंबर 6: भारत में बेरोजगारी 45 वर्ष के अधिकतम स्तर पर है
तथ्य: पिछले कुछ वर्षों में नौकरियों में वृद्धि और बेरोजगारी दर में गिरावट (EPFO, PLFS, RBI, नेशनल करियर सर्विसेज और केंद्र सरकार की विभिन्न नौकरी-केंद्रित योजनाओं के डेटा) pic.twitter.com/WLOKWc02NV
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झूठ 7: ‘खटाखट सबके खातों में लाखों रुपये आएँगे’
तथ्य: कांग्रेस का घोषणापत्र बनाने वाले प्रवीण चक्रवर्ती स्वयं स्वीकार कर चुके हैं कि ऐसी योजना लागू करने के लिए उनके पास कोई डेटा नहीं है.
झूठ नंबर 7: ‘खटाखट सबके खातों में लाखों रुपये आएँगे’
तथ्य: कांग्रेस का घोषणापत्र बनाने वाले प्रवीण चक्रवर्ती स्वयं स्वीकार कर चुके हैं कि ऐसी योजना लागू करने के लिए उनके पास कोई डेटा नहीं है pic.twitter.com/zyvyWGeZN3
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— भारत एक्सप्रेस