हरियाणा और उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती सबसे ज्यादा होती है.
Manohar lal Khattar Announcement Today: हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गन्ना की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी दी है. मुख्यमंत्री ने अभी गन्ने के रेट बढ़ाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि सूबे में गन्ने के प्रति क्विंटल रेट 372 रुपए से बढ़ाकर अब 386 रुपए किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं आज यह घोषणा करता हूं कि अगले वर्ष गन्ने का रेट बढ़ाकर 400 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया जाएगा.’ मुख्यमंत्री से पहले हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा था कि हरियाणा में गन्ने के प्रति क्विंटल दाम पंजाब से ज्यादा होंगे. उनका कहना ठीक था, हरियाणा सरकार ने अब गन्ने का मूल्य प्रति क्विंटल पंजाब से ज्यादा कर दिया है.
#WATCH हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, " मैं हरियाणा में गन्ने के प्रति क्विंटल रेट 372 रुपए से बढ़ाकर 386 रुपए करने की घोषणा करता हूं। साथ ही ये भी घोषणा करता हूं कि अगले वर्ष ये रेट बढ़ाकर 400 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया जाएगा।" pic.twitter.com/HAhs6rJ6l0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 6, 2023
कैबिनेट मंत्री ने कहा था कि हरियाणा में गन्ना किसानों के भुगतान की स्थिति पंजाब से अच्छी है. हरियाणा सरकार ने पिराई सीजन 2022-23 में किसानों को 2819 करोड़ रुपए का भुगतान किया है.
पिछले साल की तुलना में पिराई और रिकवरी में हुई वृद्धि
सरकारी आंकड़े के मुताबिक, सूबे में गन्ना पिराई सीजन 2021-22 के दौरान विभिन्न चीनी मिलों ने 754.50 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की. चीनी की रिकवरी 9.47 फीसदी थी. जबकि, इस बार पिछले साल की तुलना में पिराई और रिकवरी में वृद्धि हुई है. गन्ना पिराई सीजन 2022-23 में विभिन्न चीनी मिलों द्वारा 770.73 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई की गई और चीनी की रिकवरी 9.70 फीसदी रही.
इस बार हरियाणा में कितना होगा गन्ने के उत्पादन?
सरकार का अंदाजा है कि 2023-24 में हरियाणा में 962 लाख क्विंटल गन्ने का उत्पादन हो सकता है. किसानों को नुकसान न हो, इसके लिए हरियाणा सरकार ने चीनी मिलों को करीब 194 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी है. वहीं, गन्ने की एक नई किस्म भी तैयार की गई है. कृषि विभाग के मुताबिक, प्रदेश में गन्ने की नई किस्म 15023 विकसित की गई है, जो वर्तमान में चल रही किस्म 238 से कहीं बेहतर है. सरकार की ओर से इस किस्म के बीज को तैयार करने के लिए निर्देश दिए जा चुके हैं.