मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फोटो X)
Lok Sabha Election: 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर सभी विपक्षी दल अपनी अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं. उनका उद्देश्य मजूबत बीजेपी को रोकने का है. इसके लिए विपक्षी दल अपने-अपने राज्य में ज्यादा से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने की रणनीति बना रहे हैं. हालांकि लोकसभा चुनाव में अभी 10 से 12 महीने का समय बचा हुआ है, लेकिन देश में अभी से सियासी पारा हाई हो गया है.
इसी सिलसिले में पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (Abhishek Banerjee) ने पश्चिम बंगाल में कुल 42 सीटों में से 40 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. हालांकि पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 22 सीटों पर जीत हासिल की थी.
बीजेपी से भी बड़ा रखा टारगेट
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने अपना यह टारगेट बीजेपी से बड़ा रखा है, क्योंकि इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में से 35 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था. उन्होंने कहा था कि अगर लक्ष्य हासिल कर लिया गया तो राज्य में ममता बनर्जी सरकार 2025 से आगे नहीं टिक पाएगी. अब ऐसे में यह देखने होगा राज्य में टीएमसी इतना बड़ा लक्ष्य कैसे हासिल करेगी.
इस रणनीति से पूरा होगा टारगेट ?
अपने टारगेट को हासिल करने के लिए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अगर हम अभी से काम करना शुरू कर दें और बड़े पैमाने पर लोगों से जुड़ना शुरू कर दें तो इस लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के सांसदों ने लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए कुछ नहीं किया है. वे केवल राम मंदिर बनाने और लोगों को धर्म के नाम पर बांटने का काम कर रहे हैं.
वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और माकपा भी बीजेपी सरकार के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोलेंगी, क्योंकि वे सभी टीएमसी प्रशासन को बदनाम करने के लिए एकजुट हो गए हैं. ये सभी दल राज्य की सत्ताधारी पार्टी को हराने में नाकाम रहे हैं.