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अखिलेश यादव कब करेंगे अपने सारे उम्मीदवारों की घोषणा? क्या लोकसभा चुनाव से पहले कन्फ्यूजन में है सपा

कुछ समय पहले तक यह माना जा रहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन का सीधा मुकाबला इण्डिया गठबंधन के साथ होगा. हालांकि, अब लगता है कि कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला भी देखने को मिलेगा.

Akhilesh Yadav on Bharat Jodo Nyay Yatra

सपा प्रमुख अखिलेश यादव.

Lok Sabha Elections 2024: कहते हैं कि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है…इसलिए राष्ट्रीय दल या हिन्दी पट्टी का हर—एक सियासी दल लोकसभा चुनाव के समय यूपी में बेहद गंभीरता से काम करते नज़र आते हैं. हालांकि, यहां का मुख्य विपक्षी दल (समाजवादी पार्टी) इन दिनों उम्मीदवारों की घोषणा के मामले में सत्तारूढ़ भाजपा से पिछड़ा हुआ है. कुछ समय पहले तक यह माना जा रहा था कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन का सीधा मुकाबला इण्डिया गठबंधन के साथ होगा. हालांकि, अब लगता है कि कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला भी देखने को मिलेगा.

उत्तर प्रदेश में सपा, कांग्रेस, तृलमूल कांग्रेस मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं. सीट शेयरिंग के तहत सूबे की 80 में से 63 सीट पर सपा और 17 सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी. सपा ने अभी तक अपने कोटे की 51 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है और भदोही संसदीय क्षेत्र तृलमूल कांग्रेस को दिया है, लेकिन अखिलेश यादव एक के बाद एक सीट पर प्रत्याशी बदल रहे हैं. बदायूं से लेकर मेरठ, खजुराहो, बिजनौर, मोहनलालगंज, सम्भल और मुरादाबाद तक की सीट पर उम्मीदवार बदले जा चुके हैं.

इस फैसले से सपा की रणनीति पर सवाल खड़े होने लगे हैं कि कहीं लोकसभा चुनाव में यह दांव उल्टा न पड़ जाए. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी ने पहले प्रत्याशी घोषित कर फिर उनकी जगह किसी और को घोषित करने का जो फैसला लिया है, उससे हर कोई ताज्जुब मे है. समाजवादी पार्टी ने 2024 के कुछ सीटों को छोड़कर लोकसभा प्रत्याशियों की सूची तो जारी कर दी है लेकिन उन प्रत्याशियों को लेकर अभी तक कन्फ्यूजन की स्थिति बनी हुई है.

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अबतक इन सीटों पर बदले सपा के उम्मीदवार:

बदायूं लोकसभा: बदायूं लोकसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी ने धर्मेंद्र यादव की जगह शिवपाल यादव को टिकट दिया है. लेकिन अब बदायूं से उनके बेटे आदित्य यादव को चुनाव लड़ाने की मांग उठ रही है.

बिजनौर लोकसभा: समाजवादी पार्टी ने पहले यशवीर सिंह को प्रत्याशी बनाया था, बाद में उनकी जगह दीपक सैनी को लोकसभा का प्रत्याशी बना दिया गया.

गौतमबुद्धनगर लोकसभा: समाजवादी पार्टी ने पहले डॉ. महेंद्र नागर को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन चार दिन बाद सपा ने राहुल अवाना को प्रत्याशी बना दिया. हालांकि, समाजवादी पार्टी ने फिर डॉ. महेंद्र नागर को लोकसभा प्रत्याशी बना दिया है.

मेरठ लोकसभा: मेरठ लोकसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी ने भानु प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया था लेकिन अब उनकी जगह अतुल प्रधान को अपना उम्मीदवार बना दिया है.

मोहनलालगंज लोकसभा: समाजवादी पार्टी ने पहले सीएल वर्मा को लोकसभा प्रत्याशी बनाया लेकिन सीएल वर्मा के परिवारिक स्थितियों का हवाला देते हुए चुनाव न लड़ने के फैसले के बाद आरके चौधरी को प्रत्याशी बना दिया गया है.

मुरादाबाद लोकसभा: मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी ने पहले मौजूदा सांसद एसटी हसन को प्रत्याशी बनाया था. एसची हसन ने अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया था, लेकिन दूसरे ही दिन अखिलेश यादव ने रुचि वीरा को टिकट दे दिया. रुची वीरा के नामांकन करने के बाद भी अखिलेश यादव एसटी हसन को ही उम्मीदवार बनाए रखने का दांव चला, लेकिन नामांकन का समय खत्म हो जाने के चलते कामयाब नहीं हुए और रुचीवीरा समाजवादी पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी घोषित हो गईं.

खजुराहो लोकसभा: मध्य प्रदेश की खजुराहो सीट पर समाजवादी पार्टी ने पहले मनोज यादव को प्रत्याशी बनाया था लेकिन अब उनकी जगह अब मीरा यादव को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया गया है.

संभल लोकसभा: संभल लोकसभा में समाजवादी पार्टी ने मौजूदा सांसद रहे शफीकुर्रहमान बर्क को प्रत्याशी बनाया था लेकिन उनके निधन के कारण सपा को अपना प्रत्याशी बदलना पड़ा. सपा ने उनके पोते जियाउर्रहमान को लोकसभा प्रत्याशी बनाया है.

— भारत एक्सप्रेस

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