मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान
Jabalpur: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जबलपुर में आज लाडली बहना योजना (Ladli Behna Yojana) के तहत महिलाओं के खाते में एक-एक हजार रुपये डालने की शुरूआत की. इस दौरान सीएम चौहान अपने संबोधन में महत्वपूर्ण बाते कहीं. उन्होंने कहा कि मेरी बहनों आज का दिन अद्भुत और ऐतिहासिक दिन है. नारियों का सम्मान भारतीय संस्कृति में आज से नहीं, बल्कि हजारों वर्षों से है. इसीलिए अगर भगवान राम का नाम लेने से पहले सीता, श्याम से पहले राधे, शंकर से पहले गौरी, नारायण से पहले लक्ष्मी, पहले मां और बाद में भगवान का नाम लेना ये भारतीय संस्कृति की विशेषता है.
वहीं सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि बीच के कार्यकाल में बहन बेटियों का सम्मान कम हुआ और बेटी को बोझ मान लिया गया, नारियों का अनादर हुआ, स्त्री को दूसरे दर्जे का नागरिक मान लिया गया. उन्होंने कहा मेरी बहनों भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने उसी अन्याय को दूर किया है. पीएम मोदी की सरकार के 9 साल पूरे होने पर अभिनंदन कीजिए, उन्होंने इतिहास रचा है.
‘महिलाओं की तकलीफ देखकर बनाई लाडली बहना योजना’
सीएम चौहान ने कहा- मेरी बहनों लाडली बहना योजना इसलिए बनाई ताकि मेरी गरीब बहनें, निम्न माध्यम वर्गीय जिनकी आर्थिक स्तिथि कमजोर है, छोटी-छोटी जरूरतों के लिए परेशान होती है. उस तकलीफ को देखकर मेरे मन में भी तकलीफ हुई और उसी दर्द से पैदा हुई मुख्यमंत्री लाडली बहना. मैंने सोचा सगा भाई सावन के महीने में पैसा देता है, कपड़े देता है, लेकिन एक बार से काम नहीं चलेगा इसलिए हर महीने 1 हजार रुपये और साल में 12 हजार दिए जाएंगे. बूढ़ी सास है तो उनकी पेंशन भी अब 1 हजार हो जाएगी. पहले मैंने ये योजना बैगा, सहरिया और भारिया बहनों के पोषण आहार के लिए बनाई थी और 1 हजार रुपये दिए जा रहे थे, उनकी स्तिथि सुधरी तो लगा सबके लिए योजना बना दो.
‘कांग्रेस ने बंद कर दी थीं योजनाएं’
सीएम ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आई तो ये योजना भी बंद कर दी थी, कांग्रेसियों ने कमलनाथ सरकार ने कई योजनाएं बंद कर दी थी, बेटा बेटियों के लेपटॉप देना बंद कर दिए थे, बेटियों की शादी नहीं की. मैं बेटा-बेटी के जन्म पर 4 हजार और बाद में 12 हजार देता था कांग्रेस ने वो भी बंद कर दिए. मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना शुरू तो 1 हजार रुपये से हुई है, लेकिन अभी तो ये अंगड़ाई है. तुम्हारे भाई ने 1 हजार रुपये से शुरू किया है लेकिन इसे और बढ़ाता जाऊंगा, बाद में साढ़े 12 सौ रुपये कर दूंगा, इसके बाद बढ़ाकर 1500 रुपये कर दूंगा, यही नहीं रुकूंगा 1700 और उसके बाद 2000 , फिर 2250 इसके बाद 2500 फिर 2700 और उसके बाद हर महीने 3 हजार रुपये कर दूंगा.
उन्होंने आगे कहा कि मेरी बहनों मैं जो कहता हूं करके दिखाता हूं. आज 1 हजार दे रहा अब मैं 3 हजार का बोल रहा हूं तो 3 हजार भी दूंगा. मेरी बहनों की जिंदगी बदल जाएगी, बच्चों का भविष्य बन जाएगा, त्योहार मनाना दूसरे इंतजाम करना मेरी बहनों के लिए आसान हो जायगा. मैंने तय किया लाड़ली लक्ष्मी योजना तो आज लाड़ली लक्ष्मी बेटियां आगे बढ़ रही हैं. मैंने तय किया कि बेटियों की शादी करूंगा तो ‘मुख्यमंत्री कन्या दान योजना बनाई’.
‘मेरी बहनों तुम आगे बढ़ती रहो’
सीएम ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमने तय किया चुनावों में बहनों के लिए आधी सीटें रिजर्व करेंगे तो बहनों को पंच, सरपंच, पार्षद, नगर पालिका अध्यक्ष, मेयर बनाया जाएगा. पुलिस भर्ती में 30% बेटियों की भर्ती करूंगा, तो आज मेरी बेटियां पुलिस की वर्दी पहन कर घूम रहीं हैं. मैंने तय किया की बहनों के नाम भी संपत्ति होना चाहिये तो रजिस्ट्री घटाकर केवल 1% कर दिया. मेरी बहनों तुम आगे बढ़ती रहो, तुम्हारे दुख, तकलीफ दूर करने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. लेकिन कुछ लोग दिन और रात झूठी घोषणाएं कर रहे हैं, मुझ पर आरोप लगाते हैं, ये कांग्रेस के लोगों की नियत ठीक नहीं है, ये आपका भला नहीं कर सकते. ये झूठ बोलने वालों से सावधान रहना है.
‘लाडली बहना सेना भी बनाएंगे’
सीएम चौहान ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार का साथ देना है, अपने भाई का साथ देना है, मोदी जी का साथ देना है. कांग्रेस जब सरकार में थी तब कुछ नहीं किया केवल हमारी योजनाओं को बंद करने का काम किया है. ये लाड़ली बहना अब मेरा परिवार है, मैं आपका सगा भाई हूं. ये अपना लाड़ली बहना परिवार है। आपका सुख मेरा सुख है, आपका दुख मेरा दुख है. अब एक लाड़ली बहना सेना भी बनाएंगे जो महिलाओं की योजनाओं को ठीक से लागू करवाएगी छोटे गांव में 11 और बढ़े गांव में 21 सदस्यों की सेना बनाएंगे जो अन्याय के खिलाफ लड़ेगी.
‘मेरी जिंदगी का मिशन है बहनों की जिंदगी बदलना’
सीएम ने महिलाओं से कहा कि हम गरीब नहीं रहेंगे, आंसू नहीं बहायेंगे, हम आगे बढ़ेंगे, बच्चों को आगे बढ़ाएंगे. बहनों, मेरी जिंदगी का मिशन है बहनों की जिंदगी बदलना, उनकी जिंदगी में आनंद और सुख लाना, बहनों की जिंदगी को बेहतर बनाना. हर बहन की आमदनी कम से कम 10 हजार रुपये महीने हो, मेरी बहनें भी लखपति हों. आजीविका मिशन और स्व सहायता समूह के माध्यम से बहनों को लखपति बनाना है. हमारा अभियान है जनता जिंदगी बदलने का अभियान. आज एक फ़ैसला और कर रहा हूं अब 21 साल की बेटी को भी जिसका विवाह हो गया लाड़ली बहना योजना का लाभ दिया जाएगा. हम अपना परिवार भी बनाएंगे और देश भी बनाएंगे. आप सभी को बहुत- बहुत शुभकामनाएं.
– भारत एक्सप्रेस
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