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UP Politics: लोकसभा चुनाव-2024 से पहले मायावती के भतीजे की बढ़ सकती है जिम्मेदारी, BSP प्रमुख ने लिया बड़ा निर्णय

Lok Sabha Election 2024: बसपा मुखिया मायावती ने राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी दी है, पहली बार इतनी बड़ी जिम्मेदारी संभालने जा रहे आकाश के लिए यह बड़ा इम्तिहान होगा.

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बसपा सुप्रीमो मायावती और इनके भतीजे आकाश (फोटो-सोशल मीडिया)

अवनीश कुमार

UP Politics: लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर बसपा की लगातार तैयारियां जारी हैं. खबरों के मुताबिक, चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर और मायावती के भतीजे का राजनीतिक कद बढ़ सकता है. फिलहाल सबकी नजरें इस ओर टिकी हुई हैं कि बसपा मुखिया मायावती ने अपने भतीजे को राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव की बड़ी जिम्मेदारी दी है, पहली बार इतनी बड़ी जिम्मेदारी संभालने जा रहे आकाश आनंद के लिए यह बड़ा इम्तिहान होगा. इन राज्यों में प्रदर्शन के आधार पर ही पार्टी के साथ आकाश की भविष्य की राह तय होगी. अगर इन राज्यों में बसपा बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब होती है तो आकाश को लोकसभा चुनाव में बड़े चेहरे के तौर पर पेश किया जाएगा.

मायावती अब करने लगी हैं महसूस…कोई अपना हो

बता दें कि बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती लगातार लोकसभा चुनाव को लेकर समीक्षा बैठक कर रही हैं. यह समीक्षा बैठक सिर्फ उत्तर प्रदेश के लिए ही नहीं होती, बल्कि राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए भी होती रहती है. यही वजह है कि इन राज्यों में चुनाव की जिम्मेदारी राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को दी गई है, जिससे उनकी राजनीतिक कद और समझ को बढ़ाया जा सके. माना जा रहा है कि बसपा मुखिया को अब लगने लगा है कि सेकंड लाइन में कोई उनका अपना हो.

राजनीति में 2017 में किया था लांच

मालूम हो कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने आकाश को राजनीति में 2017 में ही लॉन्च कर दिया था. उस समय कहा गया था कि वही बसपा में मायावती के उत्तराधिकारी हैं, लेकिन उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी गई. साल 2019 में आकाश को राष्ट्रीय को-ऑर्डिनेटर बनाया गया. शुरुआत में मायावती ने आकाश को लेकर यही कहा था कि अभी वह सीख रहे हैं और समय आने पर बड़ी जिम्मेदारी उठाएंगे. इसके बाद आकाश को यूपी के अलावा कई अन्य राज्यों में संगठन विस्तार का जिम्मा दिया गया. अब चारों ऐसे राज्य हैं, जहां पिछले चुनावों में बसपा अपनी उपस्थिति दर्ज करवाती रही है. राजस्थान में 2018 में बसपा ने छह, एमपी और छत्तीसगढ़ में दो-दो विधानसभा सीटें जीती थीं.

तेलंगाना में पिछली बार पार्टी को कोई सीट तो नहीं मिली, लेकिन 3 प्रतिशत वोट मिले थे. ऐसे में इन चार राज्यों के विधानसभा चुनाव अहम माने जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव से पहले इन चारों राज्यों में प्रदर्शन बेहतर होता है तो उसका लाभ यूपी में भी मिलेगा और पार्टी लोकसभा चुनाव में अपनी दिशा तय कर पाएगी, वहीं आकाश का पार्टी में कद और बढ़ेगा. बसपा के इस कदम पर वरिष्ठ पत्रकार रतनमणि लाल बताते हैं कि बसपा मुखिया मायावती को अपनी सेकेण्ड लाइन में आकाश को रखने के लिए उनकी राजनीतिक कद को बढ़ाना ही होगा.

-भारत एक्सप्रेस

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