Bharat Express

पराली जलाने की घटना पर NGT ने लिया स्वतः संज्ञान, पंजाब सरकार को लगाई फटकार

NGT ने पूछा कि सब्ज़िडी मशीन के लिए अपने कितना रुपया खर्च किया है. इस पर पंजाब सरकार ने कहा कि 11 हज़ार से ज़्यादा मशीनें दी गई हैं.

पराली जलाने की घटनाओं पर NGT ने पंजाब सरकार को लगाई फटकार

Punjab: पंजाब में पराली जलाने की घटना पर NGT ने स्वतः संज्ञान लिया है. एनजीटी की तरफ से कहा गया कि पराली जलने से रोकने के लिए उचित कदम नहीं उठाया गया है. 20 अक्टूबर को पंजाब में पराली जलाने की 656 घटना हुई थीं जो अब बढ़कर 33 हज़ार से ज़्यादा हो गई हैं. एनजीटी ने आगे कहा कि पंजाब में पराली जलाने की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ एक समान कार्यवाही नहीं की गई, पराली जलाने वालों के खिलाफ सलेक्टिवली कार्यवाही की गई. NGT में मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को सुनवाई होगी.

NGT ने पूछा कि सब्ज़िडी मशीन के लिए अपने कितना रुपया खर्च किया है. इस पर पंजाब सरकार ने कहा कि 11 हज़ार से ज़्यादा मशीनें दी गई हैं. एनजीटी ने फिर कहा आपका खुद का जो टारगेट है वह भी पूरा नहीं हुआ है.

NGT ने कहा कि पंजाब के मुख्य सेक्रेटरी भी खुद मान रहे हैं कि पराली जलाई जा रही है. ऑथरिटी पराली जलाने की घटना को रोकने में नाकामयाब रही है. आपका कहना है कि आप सख्त कदम उठा रहे है अधिकारी लगातार काम रहे है, लेकिन उसका कोई नतीजा निकलता नहीं दिख रहा है. इसके बाद पंजाब सरकार ने कहा पराली जलाने की घटना में पिछले साल की तुलना में 60% कमी आई है.

NGT ने कहा पंजाब सरकार पराली की घटना रोकने में पूरी तरह से फैल है, पूरा एडमिनिस्ट्रेशन काम रहा है लेकिन पूरी तरह से फैल है. 8 नवंबर को हमारे आदेश के बाद भी वायु प्रदूषण से स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. आज भी कई इलाकों में प्रदूषण से हालात गंभीर है. दिल्ली में कितनी जगहों पर निर्माण कार्य चल रहा है, और उनके खिलाफ क्या कार्यवाही की गई, कंस्ट्रक्शन साइट प्रदूषण की मुख्य वजह में से एक है.

दिल्ली सरकार ने कहा IIT मुंबई की तरफ से हमको स्मॉग टॉवर को लेकर रिपोर्ट मिली है अभी उस रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है. NGT ने पूछा कि NGT आकर सभी ऑथरिटी कहती है वह कदम उठा रही है लेकिन उसके बाद भी स्थिति में सुधार क्यों नहीं हो रहा है. NGT ने इलेक्ट्रॉनिक बसों को लेकर भी दिल्ली सरकार को फटकार लगाई. NGT ने कहा रोज़ गाड़ियों से कितना प्रदूषण होता है क्या उसका कोई डेटा है, कितनी इलेक्ट्रॉनिक बस सड़को पर चल रही है.

NGT ने पूछा कि 10 हज़ार इलेक्ट्रॉनिक बस चलाने में कितना साल लगेगा, 10 साल 20 साल कितना साल लगेगा. आपकी रिपोर्ट सरकार के प्रचार के लिए है आप कह रहा है कि 602 बस चलने के लिए तैयार है इसका मतलब क्या है, क्या फीता कटने के इंतज़ार हो रहा है, क्या उसमें डीज़ल और पेट्रोल डालना है. NGT ने पूछा कि नवंबर में कितनी इलेक्ट्रॉनिक बस खरीदी गई?

NGT ने कहा कि हम मौजूदा हालात को लेकर चिंतित है, अगर कोई ऐक्शन नहीं भी लेंगे तो भी दिसंबर में पराली जलाने की घटना अपने आप कम हो जाएगी. स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है, आप क्या कर रहे हैं. हमारा और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भी कोई असर नहीं हो रहा है. ऐसा लग रहा है आपकी ईक्षा ही नहीं है, क्या आप सेटलमेंट इमेज को झुठला सकते है. पंजाब सरकार ने कहा कि पराली जनले के 48 घंटे के भीतर कार्रवाही की जा रही है. 48 घंटे का समय बहुत ज़्यादा है, आप तत्काल कार्यवाही क्यों नहीं करते है. 33 हज़ार से ज़्यादा पराली जलाने की घटनाओं में से FIR सिर्फ 829 घटनाओं पर की गई। पराली जलाने वालों पर FIR क्यों नहीं हो रही है.

NGT ने कहा कि FIR के लिए यूनिफॉर्म पॉलिसी क्यों नहीं है, पराली जलाने वाले लोगो के साथ अलग अलग व्यवहार क्यों किया जा रहा है, कुछ लोगों को स्पेशल ट्रीटमेंट क्यों किया जा रहा है.

NGT ने कहा पूरा पंजाब हॉट स्पॉट बना हुआ है, क्या आप सैटलाइट इमेज का विरोध कर रही है, सैटलाइट इमेज झूठ नहीं बोल रही है. हम आदेश के 100 प्रतिशत अनुपालन की उम्मीद करते है, जो अभी तक नही हुआ है. NGT ने कहा कि आपने खबरे देखी जिसमें कहा गया है कि बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को प्रदूषण से दिक्कत हो रही है. पंजाब सरकार ने कहा सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि सिर्फ पंजाब ही नहीं दूसरी जगह भी पराली जलाई जा रही है. NGT ने कहा कि पंजाब में सबसे ज़्यादा पराली जलाई जा रही हैं आप प्रदूषण के मुख्य स्रोत है.

– भारत एक्सप्रेस

 

Bharat Express Live

Also Read